नई दिल्ली | कोरोना के प्रकोप के कारण पूरे देश में 3 मई तक लागू लॉकडाउन के बीच 24 अप्रैल से रमजान भी शुरू हो रहा है। इसको लेकर गुरुवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री और सेंट्रल वक्फ काउंसिल के चेयरमैन मुख्तार अब्बास नकवी ने 30 से ज्यादा राज्यों के वक्फ बोर्ड चेयरमैन और अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की। नकवी ने कहा, “हमें स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षा बलों, प्रशासनिक अधिकारियों, सफाई कर्मचारियों का सहयोग करना चाहिए। हमें क्वारंटाइन और आइसोलेशन सेंटरों को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और लोगों में इसको लेकर जागरूकता फैलाई जानी चाहिए।”
मंत्री ने सभी राज्य वक्फ बोर्डो और धार्मिक-सामाजिक संगठनों से कहा, “मुल्क में बिना भेदभाव के सभी नागरिकों की सेहत-सलामती के लिए काम हो रहा है और हमें मिलकर काम करना है, ताकि कोरोना पर जीत हासिल हो सके।”
नकवी ने अपील की है कि रमजान के पाक महीने में रोजेदार लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, अपने घर में रहकर ही रमजान के सभी रिवाजों को पूरा करें और अल्लाह से दुआ करें कि हिंदुस्तान और पूरी दुनिया के इंसानों को कोरोना के डर से निजात मिले।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर देश के लोगों की सेहत के लिए काम कर रही हैं, लेकिन अभी चुनौतियां कम नहीं हुई हैं। इन चुनौतियों पर जीत तभी हासिल होगी, जब हम केंद्र और राज्य सरकारों के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे।”
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश (शिया एवं सुन्नी), आंध्र प्रदेश, बिहार (शिया एवं सुन्नी), दादर एवं नागर हवेली, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, असम, मणिपुर, राजस्थान, तेलंगाना, अंडमान एवं निकोबार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड आदि के वक्फ बोर्डो के चेयरमैन एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
देश के विभिन्न वक्फ बोर्डो के तहत 7 लाख से ज्यादा पंजीकृत मस्जिदें, ईदगाह, दरगाह, इमामबाड़े और अन्य धार्मिक-सामाजिक स्थल हैं। सेंट्रल वक्क काउंसिल, राज्यों के वक्फ बोडरें की रेगुलेटरी बॉडी (नियामक संस्था) है।
–आईएएनएस
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