गुरुग्राम| गुरुग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल के सात वर्षीय छात्र की निर्मम हत्या के मामले में स्कूल की प्राधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है और जिला प्रशासन ने जांच के लिए एक समिति का गठन किया है, जो सोमवार तक अपनी रिपोर्ट दे देगी। प्रशासन ने इसके अलावा गुरुग्राम के सभी स्कूलों का सुरक्षा ऑडिट करने का फैसला किया है, जबकि पुलिस ने कहा कि वे इस मामले में विस्तृत आरोप पत्र दाखिल करेंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गड़बड़ी पाए जाने पर स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सीबीएसई ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हत्या को ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’ कहा है और न्याय की उम्मीद जताई है।
वहीं, जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को स्कूल के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ।
दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न का शव शुक्रवार को स्कूल के शौचालय में मिला था। उसका गला रेता गया था।
गुस्साई भीड़ ने शनिवार को स्कूल के मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया। इस घटना पर न तो स्थानीय प्रशासन की तरफ से और न मनोहर लाल खट्टर सरकार की तरफ से टिप्पणी के लिए कोई उपलब्ध हुआ।
सूत्रों ने बताया कि भोंडसी में स्थित स्कूल की प्रधानाध्यापिका को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा या किसी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा जांच की मांग की गई है।
प्रद्युम्न के माता-पिता समेत प्रदर्शनकारियों ने सोहना रोड पर पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और असली गुनहगार को गिरफ्तार करने की मांग की।
महरौली-गुरुग्राम (एमजी) रोड पर उस अस्पताल के बाहर भी प्रदर्शन किया गया, जहां शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद से बच्चे का शव रखा है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि बच्चे के माता-पिता ने शव को ले जाने से इंकार कर दिया और कहा कि वे शव तभी ले जाएंगे, जब गुनहगारों को पकड़ा जाएगा।
बच्चे का शव परीक्षण करने वाले फॉरेंसिक एक्सपर्ट दीपक माथुर ने कहा, “मृतक की गर्दन पर दो घाव थे। उसका गला लगभग पूरी तरह काट दिया गया था। उसकी मौत अत्यधिक खून बहने के कारण हुई है।”
परिवार का आरोप है कि पुलिस स्कूल प्रबंधन का पक्ष ले रही है।
पुलिस ने शुक्रवार रात स्कूल की बस के एक कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था।
पीड़िता की मां ने प्रधानाध्यापिका को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।
इस हत्या के विरोध में शहर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए गए और कई इलाकों में यातायात बाधित रहा।
अभी तक स्कूल ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
जिला प्रशासन ने दोपहर में प्रेस वार्ता आयोजित किया, जिसमें उपायुक्त विनय प्रताप सिंह और गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त संदीप खैरवार ने हिस्सा लिया।
सिंह ने कहा, “एक समिति का गठन किया गया है, जो सोमवार तक रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि समिति यह भी जांच करेगी कि स्कूल में क्या पहले भी कोई ऐसी घटना हुई है।
सिंह ने कहा कि स्कूल द्वारा नियुक्त निजी सिक्यूरिटी एजेंसी की सेवाएं समाप्त कर दी गई है और गुरुग्राम के सभी स्कूलों की सुरक्षा की जांच की जा रही है।
खैरवार ने कहा कि वे मामले की विस्तृत जांच कराएंगे और सात दिनों के अंदर चार्जशीट दाखिल कर देंगे।
उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन को प्राधानाध्यापिका को निलंबित करने का आदेश दिया गया है।
खैरवार ने सीबीआई जांच से इनकार किया और कहा, “इस मामले में सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है। हरियाणा पुलिस ने मुजरिम को पकड़ लिया है और वह अपना जुर्म कबूल कर चुका है।”
वही, सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई), जिससे स्कूल संबद्ध है, ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया और स्कूल से दो दिन में मामले की रिपोर्ट मांगी है।
इससे पहले दिन में गुरुग्राम की अदालत ने हत्यारोपी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
मृतक बालक का परिवार इसी क्षेत्र के मारुति कुंज सोसाइटी में रहता है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि रयान इंटरनेशनल स्कूल जैसे लापरवाह शिक्षा संस्थान को नहीं छोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा, “दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
–आईएएनएस
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