नई दिल्ली: राज्यसभा में गुरुवार को विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति एम.वेंकैया नायडू ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देशभर की महिलाओं को बधाई दी और महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर पुरुषों और महिला सदस्यों को सदन में बात रखने का अवसर दिया।
कांग्रेस की वरिष्ठ सांसद अंबिका सोनी ने सदन से महिला दिवस के मौके पर संसद और विधायिकाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया।
रेणुका चौधरी, कुमारी शैलजा, रजनी पाटिल और के.कनिमोझी समेत अन्य महिला सदस्यों ने अंबिका सोनी के प्रति समर्थन जताया।
इस अवसर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए सासंदों और देशवासियों से महिला सुरक्षा और उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रस्ताव लाने आग्रह किया।
विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने लंबे समय से लंबित महिला आरक्षण विधेयक के प्रति समर्थन जताते हुए बच्चियों से दुष्कर्म करने वालों के प्रति सख्त कदम उठाने की मांग की।
संसदीय मामलों के राज्यमंत्री विजय गोयल ने सरकार की ओर से कहा कि मोदी सरकार ने महिला सशक्तीकरण के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं और सरकार इसे लेकर प्रतिबद्ध है।
हालांकि, उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक को लेकर कोई आश्वासन नहीं दिया।
सभापति नायडू ने उम्मीद जताई कि सरकार सदन की भावनाओं का सम्मान करेगी और महिला सशक्तीकरण के अपूर्ण एजेंडों पर ध्यान देगी।
जैसे ही इस पर चर्चा समाप्त हुई, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के सांसद सभापति के आसन के पास इकट्ठा हो गए, जिसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
–आईएएनएस
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