ओम कुमार, नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जैसे ही दोषी करार दिया गया उसके बाद से नये नये किस्से निकल कर सामने आ रहे है ऐसा ही एक किस्सा हम आपको बताते हैं एक बार दसवीं कक्षा में लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने की वजह से स्कूल से निकाल दिया गया था और उसके खिलाफ आने वाली शिकायतों से उसके घरवाले भी परेशान रहते थे। डेरा सच्चा प्रमुख स्कूल के समय में भी विवादों में रहता था।
ऐसा कहा जाता है कि राम रहीम शुरू से ही ना सिर्फ़ रसिया किस्म का लड़का बल्कि स्कूल के दिनों से लड़कियों को छेड़ना और लोगों को परेशान करना उसकी आदतों में रहता था लड़कियों के साथ छेड़खानी की वजह से नौंवी कक्षा से गुरमीत को निकाल दिया गया था। दसवीं में इन्हीं हरकतों के वजह से गुरमीत का कंपार्टमेंट आया था।
खबर के मुताबिक एक समय में ये डेरा ना सिर्फ़ हरियाणा, बल्कि पंजाब, राजस्थान, यूपी समेत आस-पास के कई राज्यों में श्रद्धा और भक्ति का केंद्र हुआ करता था। इस आश्रम की बुनियाद 69 साल पहले 29 अप्रैल 1948 को संत बेपरवाह मस्ताना जी महाराज ने रखी थी। लोग बताते हैं कि वे एक काफी पहुंचे हुए संतों में से एक थे और तीसरी गद्दी पर राम रहीम को चुनने के मामले में शाह सतनाम जी से ग़लती हो गई।
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