नई दिल्ली| भारतीय सेना ने बुधवार को घोषणा की कि वह 3 सितंबर से 16 सितंबर तक रूस के निझनी में आयोजित होने वाले एक बहुराष्ट्रीय रक्षा अभ्यास में भाग लेगी। भारतीय सेना का 200 सैनिकों का एक दल 16 अन्य देशों के साथ रूस में आयोजित होने वाले एक बहुराष्ट्रीय अभ्यास जैपेड 2021 में भाग लेगा।
जैपेड 2021 रूसी सशस्त्र बलों के थिएटर स्तर के अभ्यासों में से एक है और यह मुख्य रूप से आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन पर केंद्रित होगा।
भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा कि इस युद्धाभ्यास में यूरेशियन और दक्षिण एशियाई क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक देश भाग लेंगे।
ड्रिल के लिए आमंत्रित देशों में आर्मेनिया, बेलारूस, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, वियतनाम, सर्बिया, मंगोलिया, म्यांमार, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं। पाकिस्तान और चीनी सेनाएं पर्यवेक्षक होंगी, क्योंकि वे अभ्यास का हिस्सा नहीं हैं।
14 दिनों तक चलने वाला यह अभ्यास मॉस्को से 423 किमी पूर्व में निझनी में मुलिनो ट्रेनिंग ग्राउंड में होने वाला है।
अभ्यास में भाग लेने वाली नागा बटालियन में एक ऑल आर्म्स कंबाइंड टास्क फोर्स होगी। अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाले देशों के बीच सैन्य और रणनीतिक संबंधों को बढ़ाना है।
भारतीय दल को एक कठिन प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से रखा गया है, जिसमें मशीनीकृत, हवाई और हेलीबोर्न, आतंकवाद रोधी, कॉम्बैट कंडीशनिंग एवं फायरिंग समेत पारंपरिक अभियानों के सभी पहलुओं को शामिल किया गया है।
–आईएएनएस
और भी हैं
आईएफएफआई देश में फिल्म इंडस्ट्री के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ : अश्विनी वैष्णव
भारत-गुयाना के बीच गर्मजोशी भरे रिश्ते, ‘डेमोक्रेसी फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट’ वैश्विक समस्याओं का समाधान : पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी को गुयाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से नवाजा गया