लखनऊ| लखनऊ में 10 फरवरी से शुरू होने वाला तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) जीरो-वेस्ट इवेंट होगा, जिसमें सरकार 1,150 सफाई कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति करेगी और आयोजन स्थल पर 100 स्टील डस्टबिन लगाएगी। साथ ही वृंदावन योजना में आयोजन स्थल पर 250 शौचालयों का निर्माण किया गया है।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार वीवीआईपी के आने-जाने से लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं और वैकल्पिक मार्ग भी तैयार किए जा रहे हैं।
साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि वीवीआईपी अपने होटलों से समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें, उनके स्थान से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने में लगने वाले समय के साथ एक रूट मैप होटल के रिसेप्शन पर उपलब्ध कराया जाएगा। चालकों मार्गों और पाकिर्ंग क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
सरकार ने प्रतिनिधियों के ठहरने के लिए 45 होटलों और तीन टेंट सिटी की व्यवस्था की है।
प्रवक्ता ने कहा, रूट डायवर्जन के बारे में जानकारी सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में प्रचारित की जाएगी।
रूट डायवर्जन के बारे में निवासी कल्याण संघों को भी सूचित किया जाएगा। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आगमन से पहले एक सार्वजनिक परामर्श जारी किया जाएगा। किसी भी वाहन के खराब होने की स्थिति में मैकेनिक को तैयार रखा जाएगा।
–आईएएनएस
और भी हैं
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का पेश किया दावा, 28 को लेंगे शपथ
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से, पेश होंगे कई महत्वपूर्ण विधेयक
आईएफएफआई देश में फिल्म इंडस्ट्री के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ : अश्विनी वैष्णव