नई दिल्ली| दुनियाभर में कोहराम मचाने वाले कोरोनावायरस के प्रकोप पर लगाम लगाने के मकसद से देशव्यापी लॉकडाउन के पहले दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाके में फल, सब्जी, दूध और दवा जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं की किल्लत की कोई शिकायत नहीं मिली, हालांकि सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक के कारण थोक सब्जी मंडियों में ग्राहकी कम रही। मदरडेयरी के सभी आउटलेट पर लोग दूध व सब्जी खरीद रहे थे। दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में कई सोसायटीज के एक या दो लोगों ने एक-साथ 10 से 15 परिवारों को उनकी जरूरतों के फल और सब्जी मदरडेयरी से खरीदकर पहुंचाई। इसी प्रकार, अधिकांश लोगों ने लॉकडाउन का पालन करने के लिए आपस में सहयोग का परिचय दिया और वे बेवजह सड़कों पर नहीं निकले।
कहीं-कहीं रेहड़ियों पर सब्जियां बिक रही थी, लेकिन कहीं भीड़ नहीं थी, लोग आपस में दूरी बनाकर अपनी जरूरत की चीजें खरीद रहे थे।
थोक मंडियों और खुदरा सब्जी कारोबारियों के बीच सप्लाई प्रभावित होने से जहां थोक मंडियों में फलों और सब्जियों की कीमतों में नरमी रही वहीं, खुदरा दाम में वृद्धि दर्ज की गई।
दिल्ली के सब्जी कारोबारियों ने बताया कि पुलिस के डर से कई खुदरा कारोबारी बुधवार को थोक मंडी नहीं गए लेकिन अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि सब्जी विक्रेताओं को ई-पास दिया जाएगा जिससे उनके लिए सब्जी लाना और बेचना दोनों आसान हो जाएगा।
आजादपुर मंडी के कारोबारी राजिंदर शर्मा ने कहा कि खुदरा कारोबारियों को जब पास मिल जाएगा तो सप्लाई चेन सुचारू हो जाएगा।
आजादपुर एपीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मंडी में फलों और सब्जियों की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आई है और पूरी लॉजिस्टिक्स दुरूस्त है, लेकिन खुदरा ग्राहकी कम होने से फलों और सब्जियों के सड़ने की नौबत आ गई है।
आलू, टमाटर और अन्य हरी सब्यिजों व फलों के खुदरा दाम में इजाफा हुआ है लेकिन प्याज की कीमत कम हुई है। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि नवरात्र का त्योहार आरंभ होने के कारण फलों की मांग बढ़ गई है जबकि इस दौरान अनेक लोग प्याज खाना छोड़ देते हैं इसलिए प्याज की कीमत कम है।
आलू का खुदरा दाम नोएडा में 30 रुपये जबकि टमाटर का दाम 40 रुपए प्रति किलो था। वहीं, प्याज जो कुछ दिन पहले 35-40 रुपए प्रति किलो था वहां अब 30 रुपए से कम भाव पर मिलने लगा है।
आजादपुर सब्जी मंडी में बुधवार आलू 12-18 रुपये, प्याज 5-18 रुपये टमाटर 3-18 रुपये प्रति किलो रहा।
— आईएएनएस
और भी हैं
रॉन्ग साइड चलने वाले वाहनों के खिलाफ विशेष कार्रवाई की जाएगी : लक्ष्मी सिंह
जस्टिस संजीव खन्ना बने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश
मुस्लिम महिलाओं और शिया धर्मगुरु ने वक्फ बिल का किया समर्थन