लोगों में कोरोना का खौफ
सोमवार से देश के कई हिस्सों में मॉल, प्रार्थना स्थल और दफ्तर खुल चुके है। 75 दिन के लॉकडाउन के बाद सभी जगहों पर सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है । इसी बीच लोगों में कोरोना का इतना खौफ बढ़ गया है कि कोई बाहर निकलने को तैयार ही नहीं है। अब वायरस को देखते हुए हर जगह के नियमों में बदलाव किया गया है । सरकार ने इसकी एक सूची बनाई है जिसके तहत ही आप खुलने वाले स्थान में प्रवेश कर सकते है। जिसमें साफ- सफाई, शरीर के तापमान की जांच, स्वच्छता टनल, टोकनों के आधार पर प्रवेश और मंदिर में प्रसाद नहीं दिया जाना शामिल है।
धार्मिक स्थल- रेस्तरां खुले नियमों में फेरबदल
कुछ रेस्तरां पर ग्राहकों का मेनू डिजिटल कर दिया है। उधर, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत केंद्रीय तौर पर संरक्षित 820 स्थलों को खोलने को मंजूरी दे दी। दिल्ली, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक समेत देश के कई हिस्सों में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और गिरजाघरों के दरवाजे काफी वक्त बाद खुले, लेकिन सामाजिक दूरी के नियम के मद्देनजर श्रद्धालुओं का प्रवेश समिति संख्या में रखा गया। कुछ स्थानों पर मंदिर की घंटियों को कपड़े से लपेटा गया था। सरकार ने पिछले हफ्ते निषिद्ध क्षेत्रों से बाहर के हिस्सों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी। कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए उसका सख्ती से पालन जरूरी बनाया गया है। एसओपी परामर्श था और अंतिम फैसला राज्यों पर छोड़ा गया था। इसलिए महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड ने मॉल और प्रार्थना स्थलों को बंद रखने का निर्णय किया है, वहीं कुछ राज्यों ने पाबंदियों में ढील देने का निर्णय किया। दिल्ली में ऐतिहासिक जामा मस्जिद और अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में श्रद्धालुओं को लंबे समय के बाद प्रवेश दिया गया।
हर प्रदेश के अलग-अलग नियम
जैसे की केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि हर प्रदेश अपने फैसलों के साथ लॉकडाउन हटा सकता है। ऐसे में बेंगलुरू के आर्क डाइसीस ने कहा कि गिरजाघरों को खोलने का फैसला 13 जून तक टाल दिया गया है। तमिलनाडु में कुछ वक्त पहले दुकानें खोल दी गई थी लेकिन रेस्तरां बैठकर खाने के लिए बंद हैं। हां, खाने को पैक कराकर ले जाया जा सकता है। पश्चिम बंगाल में, मॉल, रेस्तरां और अन्य प्रतिष्ठान खोल दिए गए हैं। ममता बनर्जी सरकार ने एक जून को पाबंदियों में राहत देते हुए, इबादतगाहों को खोलने और जूट, चाय और निर्माण क्षेत्रों को पूरी तरह से काम से करने की अनुमति दे दी थी। बंगाल ने भी 30 जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। कोलकाता में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आए और सामाजिक दूरी के नियम का उल्लंघन किया। वहीं कई जगह से यातायात जाम की भी सूचना है। सरकारी दफ्तरों ने 70 फीसदी हाजिरी के साथ काम करना शुरू कर दिया है और अधिकतर निजी कार्यालय भी लगभग सामान्य की तरह काम कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में खुले दफ्तर, बंद रहे मॉल
उधर महाराष्ट्र में, मॉल और धार्मिक स्थल बंद रहे लेकिन दफ्तर और अन्य दुकानें खोली गईं। राज्य की राजधानी मुंबई में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और लॉअर परेल में दफ्तरों में कामकाज शुरू हो गया। दादर, कोलाबा और कुर्ला में भी अहम बाजारों की दुकानें खुल गई हैं। लॉकडाउन के 30 जून तक अमल में रहने के बीच अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक गतिविधियों को फिर से खोलने के लिए निजी दफ्तरों को 10 फीसदी कर्मचारियों के साथ काम करने की इजाजत दी गई है। सरकारी बसों का संचालन करने वाले बेस्ट ने एक बयान में बताया कि दोपहर तक शहर में करीब 2100 बसें चलाई गईं।
केरल में भी सरकारी दफ्तरों ने सोमवार को पूरे कर्मचारियों के साथ काम करना शुरू कर दिया। ओडिशा ने धार्मिक स्थान, मॉल, होटल और रेस्तरां 30 तीन जून तक बंद रखने का फैसला किया है।
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