गाजियाबाद: गाजियाबाद वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने वकील डी सी गौतम प्रकरण से हाथ खींच लिया है। प्रशासन सख्त होने के का कारण ये नबात आती नजर आ रही है।
पुलिस को गौतम सहित कई अधिवक्ताओं के उपद्रव व पुलिस पर हमले के सबूत मिले है।
पिटाई से घायल दरोगा अस्पताल में भर्ती है।
गौरतलब है कि वकीलों की मांग पर एस एस पी की कार्रवाई के बावजूद कुछ अधिवक्ताओं ने यह कहकर एविडेंस के लिए कोर्ट जा रहे दरोगा पर हमला बोला था कि पिटाई का बदला पिटाई।
जब दरोगा पर हमले की सूचना पर एस पी सिटी कचहरी पहुंचे तो बार सचिव और एक संजय त्यागी नामक कथित अधिवक्ता ने एस पी के साथ बदसलूकी की थी। उसके बाद हुए लाठीचार्ज से मामला गरमा गया था।
प्रशासन ने तत्काल पूरी जानकारी शासन को भेज दी थी। सूत्र बताते हैं कि हमलावरों पर एन एस ए और गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है।
मतलब साफ है कि उपद्रवियों को नहीं बख्शा जाएगा ,चाहे वो कोई भी हो।
बद्री में सबसे ज्यादा तादाद उन लोगों की बताई जा रही है जो वकालत की पढ़ाई कर रहे हैं और यहां प्रैक्टिस भी करते हैं वकीलों के साथ रहकर।
मतलब साफ है कि यह लोग अभी डिग्री को प्राप्त नहीं किए हुए हैं लेकिन फिर भी यह लोग अपने आपको वकील बताते हैं।
वरिष्ठ वकीलों को यह लग रहा है कि इन पढ़ने वाले वकीलों के कारण ही उनकी फजीहत हो रही है और इमेज खराब हो रही है जिस कारण उन लोगों ने अपने हाथ खींचे हैं और खींचते हुए दिखाई दे रहे हैं।
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