लंदन: वाइन के वैश्विक उत्पादन में 2017 में पिछले 50 सालों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई है, क्योंकि दुनिया के तीन शीर्ष वाइन उत्पादकों – फ्रांस, स्पेन और इटली में अत्यधिक गर्मी और सर्दी का मौसम रहा, जो कि वाइन उत्पादन के लिए मुफीद नहीं है।
द गार्जियन की रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया कि जो क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए उनमें रियोजा और प्रोसेस्को वाइन का उत्पादन होता है, जो सुपरमार्केट में बड़े पैमाने पर बिकनेवाले किफायती वाइन्स हैं।
हाई एंड वाइन व्यापारी बेरी ब्रॉस एंड रूड के मुख्य कार्यकारी डान जागो का कहना है, “पिछले साल बने वाइन अब बाजार में आएंगे। लेकिन सस्ते वाइन की कीमतों में इजाफा देखने को मिलेगा।”
जागो ने कहा, “पिनोट ग्रिगियो या जेनेरिक स्पेनिश रेड्स की कीमतों में 10 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी होगी और देखना होगा कि खुदरा बिक्रेता कितनी कीमतें बढ़ाते हैं।”
उन्होंने कहा, “प्रोसेक्को का उत्पादन सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, तो अब मात्रा कम है, इसलिए दाम अधिक है।”
द गार्जियन की रिपोर्ट में कहा गया कि इंटरनेशल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ विन एंड वाइन का अनुमान है कि 2017 में वाइन के वैश्विक उत्पादन में 8 फीसदी की गिरावट आई है और यह 24.70 अरब हेक्टोलीटर रही। यह 1961 के बाद से सबसे कम उत्पादन है।
एक हेक्टोलीटर में 133 बोतल वाइन होते हैं। तो कुल 2.9 अरब बोतल कम वाइन का उत्पादन हुआ है।
पिछले महीने, बोर्डेएक्स वाइन काउंसिल ने कहा था कि फ्रांस के सबसे बड़े वाइन उत्पादक क्षेत्र में 40 फीसदी उत्पादन गिरा है और सेंट एमिलियन में वाइन के कच्चे माल की खेती पर कठोर मौसम की सबसे ज्यादा मार पड़ी है।
–आईएएनएस
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