नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए ) ने बृहस्पतिवार 27 मई को डूटा द्वारा विवेकानंद कॉलेज के 12 एडहॉक टीचर्स की पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर की जा रही एक दिवसीय हड़ताल में शामिल होने का पूरा समर्थन दिया है और कहा है कि वे ऑन लाइन क्लासेज नहीं लेंगे। उनका कहना है कि डीटीए पिछले 27 दिनों से एडहॉक टीचर्स के मुद्दे पर उनके साथ खड़ा हुआ है और आगे भी जब तक उनकी पुनर्नियुक्ति नहीं हो जाती साथ खड़ा है।
डीटीए के प्रभारी डॉ. हंसराज ‘सुमन ‘ का कहना है कि विवेकानंद कॉलेज के12 एडहॉक टीचर्स की पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर वे कॉलेज गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन/ सदस्यों व राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में विशेष याचिका दायर कर शिकायत दर्ज कर चुके हैं । आयोग ने एक सप्ताह के अंदर इन शिक्षकों की ज्वॉइनिंग कराने संबंधी जवाब देने को कहा था लेकिन कॉलेज ने आयोग को भी ईडब्ल्यूएस रोस्टर में हुए बदलाव व वर्कलोड खत्म होने की बात कही ।उन्होंने बताया है कि इन 12 एडहॉक टीचर्स का कार्यकाल 29 अप्रैल को समाप्त हो गया था और उन्हें 30 अप्रैल से पुनर्नियुक्ति दी जानी थी जिसे आज तक ज्वॉइनिंग नहीं कराया गया।
डॉ. सुमन ने आगे बताया है कि 12 एडहॉक टीचर्स को पुनर्नियुक्ति न किए जाने पर डीटीए ने चेयरमैन से गवर्निंग बॉडी की मीटिंग बुलाने की मांग की ।उन्होंने बताया है कि गवर्निंग बॉडी की मीटिंग में प्रिंसिपल को छोड़कर सभी सदस्यों ने 12 एडहॉक टीचर्स को 30 अप्रैल से पुनर्नियुक्ति दिए जाने का समर्थन किया था और कहा गया कि जब तक स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती किसी भी शिक्षक को उसके पद से नहीं हटाया जाए लेकिन प्रिंसिपल ने ईडब्ल्यूएस रोस्टर में हुए बदलाव का हवाला देते हुए व कुछ विभागों में वर्कलोड खत्म होने का बहाना बनाकर पिछले 27 दिनों से इन एडहॉक टीचर्स को पुनर्नियुक्ति न करना गवर्निंग बॉडी के निर्णय की सरेआम अवेहलना करना है। उनका कहना है कि प्रिंसिपल द्वारा गवर्निंग बॉडी के निर्णयों को ना मानने पर चेयरमैन को उसके पद से तुरंत हटाना चाहिए ।
डॉ. सुमन ने एडहॉक टीचर्स से अपील की है कि डूटा द्वारा की जा रही एक दिवसीय हड़ताल को अपना पूरा समर्थन दे ।उनका कहना है कि यदि विवेकानंद कॉलेज में इन 12 एडहॉक टीचर्स की रिज्वाईनिंग नहीं होती है तो आगामी शैक्षिक सत्र में ईडब्ल्यूएस रोस्टर व वर्कलोड के नाम पर हर कॉलेज से 10 से 20 एडहॉक टीचर्स को हटाने की कोशिश होगी ।उनका कहना है कि जब तक दिल्ली विश्वविद्यालय में 5 दिसंबर 2019 का शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर लागू नहीं हो जाता एडहॉक टीचर्स पर इसी तरह से तलवार लटकती रहेगी । उन्होंने पुनः 12 एडहॉक टीचर्स का समर्थन करते हुए डूटा हड़ताल में शामिल होंगे ।
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