नई दिल्ली। ‘‘स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत महानगरों से लेकर देश के दूर-दराज के गाॅंवों तक में अनेक शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है परन्तु अब समय की माॅंग यह है कि इनके दैनिक जीवन मंे उपयोग के प्रति समाज के प्रत्येक वर्ग के हरेक व्यक्ति के मन-मस्तिष्क में बदलाव लाया जाये जिससे इनका सदुपयोग करके इनके उद्देशयों की पूर्ति हो सके।
व्यापक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता हस्तक्षेप के माध्यम से समाज के हरेक वर्ग और उसके व्यक्तियों को उनकी जीवनशैली, स्वास्थ्य और उसमें उनकी गरिमा को सुनिश्चित करने की दिशा मंे जागरूक किया जाना जरूरी है ।‘‘
यह उद्गार आज भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के राज्यमंत्री हरदीप पुरी ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् द्वारा आयोजित सरोजिनी नगर मार्किट मंे ‘स्वच्छता ही सेवा‘ अभियान में अपना श्रमदान करने के उपरान्त व्यक्त किये ।
मंत्री महोदय ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में सफाई सेवक एक सिपाही की तरफ मोंर्चे पर डटे हुए है और अपनी ओर से कोई कोर-कसर नही छोड रहे है परन्तु समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आकर इस अभियान से जुड़कर इस जनआन्दोलन में अपनी भागीदारी निभानी होगी, तभी देश को हम स्वच्छ भारत से स्वस्थ भारत बनाने का सपना पूरा कर सकते है ।
उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण करके सभी हितधारकों की भागीदारी से विभिन्न सार्वजनिक मंचों से इस कार्यक्रम में आ रही समस्याओं का हल तुरन्त करना होगा । मंत्री महोदय ने कहा कि खुले में शौच करने की प्रवृति और व्यक्तिगत साफ-सफाई जैसी आदतें कई युगों से जारी है, इन्हें बदलने के लिए जनमानस में परिवर्तन करना आवश्यकता है ।
उन्होंने कहा कि ठोस कूड़ा प्रबंधन और स्रोत स्थल पर ही कूड़ा पृथक्करण के लिए ऐसे मार्किट-टेªडर्स मंचों को बनाये जाने की जरूरत है, जिसमें इससे संबंधित सभी मामलों पर विचार-विमर्श करके इस परियोजना को समयबðता और प्रभावकारी तरीके से लागू किया जा सकें ।
मंत्री महोदय ने स्वच्छता मिशन में सतत सकारात्मक प्रयासों के लिए संबंधित विभागों से कहा कि वें इसे शिक्षा, जागरूकता और भागीदारी से जन-जन के बीच एक जनआन्दोलन बनाने के प्रति सक्रिय होकर कार्य करें, जिससे इस मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति अक्षरशः हो सके । उन्होंने नगर निकायों के ठोस कूड़ा प्रबंधन के महत्व पर बल देते हुए कहा कि अवैज्ञानिक तरीकों से कूड़े के निपटान और इसे जलाने से उत्पन्न होने वाली ग्रीन हाऊस गैसों के कारण जलवायु परिवर्तन का जो खतरा हमारे पर्यावरण के समक्ष खडा हो गया हुआ है, वह हमारी मानवता के अस्तित्व को ही अब एक गम्भीर चुनौती है ।
इस अवसर पर शहरी मामलों के मंत्री ने आज स्वच्छता अभियान में भाग लेने वाले सभी भागीदारों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और सबसे अनुरोध भी किया कि इस शपथ को अपने जीवन में उसकी मूल भावना के अनुरूप चरितार्थ करें और अपने निकटजनों और प्रियजनों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें, तभी हम इस अभियान से प्रत्येक को जोड़ने मंे सफल हो सकेंगे ।
भारत सरकार के शहरी मामलों के सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्रा ने इस अवसर पर सभी आगुन्तकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् द्वारा मार्केट टेªडर्स एसोसिएशनांे, गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जायेगी, जिससे नई दिल्ली क्षेत्र को ‘कूड़ा रहित क्षेत्र‘(जीरो वेस्ट जोन) बनाकर एक साफ-सुथरा, हरा-भरा और स्वस्थ वातावरण मंे रहने योग्य राजधानी शहर बनाया जा सके ।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् के अध्यक्ष, श्री नरेश कुमार ने आज इस अवसर पर कहा कि ‘स्वच्छता ही सेवा‘ का यह अभियान की घोषणा माननीय प्रधानमंत्री जी ने पिछले ‘मन की बात‘ संबोधन में की थी, जो एक पखवाड़ा तक सघन रूप से चलेगा । लेकिन इस स्वच्छता पखवाड़े को केवल पालिका परिषद् के एक अभियान के रूप में नहीं देखना चाहिए बल्कि इसे एक जनआन्दोलन का रूप देने के लिए प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति को इससे जुडना होगा । उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि साफ-सफाई की अपनी आदतों को वें न केवल इस स्वच्छता पखवाड़े तक सीमित करें अपितु वें इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाये, तभी हम एक स्वच्छ शहर और स्वच्छ भारत का निर्माण कर सकते है ।
इस अवसर पर पालिका परिषद के सदस्य, श्री अब्दुल राशिद अंसारी, डाॅ अनिता आर्य, श्री बी.एस.भाटी, परिषद् सचिव श्रीमती चंचल यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी के साथ मार्किट टेªडर्स एसोसिशनों के प्रतिनिधियों ने भी अपना-अपना श्रमदान देकर ‘स्वच्छता ही सेवा‘ अभियान मंे भाग लिया।
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