नई दिल्ली| प्रधानमंत्री की अपील पर देशभर में रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ की तैयारी की जा रही है। मगर शाहीनबाग की महिलाओं ने जनता कर्फ्यू में शामिल होने से इनकार कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए इन महिलाओं ने हालांकि सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। यहां प्रदर्शनकारी महिलाएं हाथों को साफ रखने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रही हैं, नाक-मुह हमेशाा ढंके रहती हैं और एक जगह 50 से ज्यादा लोगों की भीड़ न लगे, इसका ध्यान रख रही हैं।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने आईं शाहिस्ता ने कहा, “हम सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। पहले पंडाल के अंदर 500 लोग एक जगह मौजूद हुआ करते थे, वहीं अब केवल 40-50 महिलाएं एक साथ बैठती हैं। हमलोग अलग-अलग गुट बनाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई महिलाएं पंडाल के पीछे की ओर बैठी हैं। कुछ महिलाएं बस स्टॉप के आसपास तो कुछ महिलाएं सामने की ओर अलग जाकर बैठी हैं। हमलोगों ने यहां किसी भी एक स्थान पर 40-50 से ज्यादा की संख्या में एकत्र न होने का फैसला किया है।”
वहीं, फरहा सिद्दीकी ने कहा, “हम लोग अपने साथ हैंड सैनिटाइजर लेकर आए हैं। हम अपने हाथों को बार-बार पानी से धो रहे हैं। हमने नाक और मुंह को भी ढककर रखा है, ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण यहां ना फैल सके।”
शाहीनबाग में सफाई व्यवस्था संभाल रहे इम्तियाज ने कहा, “शाहीनबाग के पूरे धरना स्थल को सुबह और शाम दो बार सैनिटाइजर से साफ किया जा रहा है। यहां हम लोग खुद ही दिन में तीन बार सफाई कर रहे हैं। कचरा फेंकने के लिए यहां प्लास्टिक के बड़े डस्टबिन लगाए गए हैं।”
खास बात यह है कि अब शाहीनबाग में प्रदर्शनकारी महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था भी की गई है। शाम के वक्त यहां महिलाओं को डॉक्टरों द्वारा उपयोगी सलाह एवं उनका चेकअप किया जा रहा है।
फरहान ने कहा, “बीते दो रोज से डॉक्टरों की टीम ने यहां महिलाओं की जांच की है और उन्हें बीमारी से बचने के तरीके बताए हैं। इसके बाद से यहां काफी जागरूकता फैली है।”
एक ओर जहां महिलाएं कोरोनावायरस को लेकर काफी सतर्कता बरत रही हैं, वहीं प्रदर्शनकारी महिलाओं में दिल्ली सरकार को लेकर भी काफी गुस्सा है। यहां मौजूद असगरी बेगम ने कहा, “केजरीवाल ने यहां लोगों की जान बचाने के लिए कुछ नहीं किया। इलाके को दिल्ली सरकार द्वारा केमिकल से साफ करवाया जाना चाहिए। लोगों को मुफ्त मास्क और हैंड सैनिटाइजर दिए जाने चाहिए, लेकिन सरकार की तरफ से यहां ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। दिल्ली सरकार यहां बैठे लोगों की सुध लेने को तैयार नहीं है।”
–आईएएनएस
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