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सतर्कता से सोशल मीडिया का प्रयोग करें: न्यायाधीश मुकेश कुमार गुप्ता

नई दिल्ली: दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण(डीएसएलएसए) की प्रमुख भागीदारी के साथ शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान – डायट, राजिंदर नगर द्वारा परिसर के गोष्ठी हॉल में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया डॉक्टर रंजना रुहेला प्रधानाचार्य डायट राजेंद्र नगर द्वारा अपने स्वागत भाषण में शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज की संगोष्ठी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वे भविष्य के अध्यापक हैं और आने वाले समय में स्वयं भी वे सावधानी बरतें और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश मुकेश कुमार. गुप्ता सदस्य सचिव डीएसएलएसए ने कहा कि असावधानी पर सोशल मीडिया का उपयोग खतरनाक भी हो सकता है इसके लिए सतर्कता से सोशल मीडिया का प्रयोग करें।उन्होंने दिल्ली विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा दी जा रही निशुल्क कानूनी सहायता की जानकारी दी। न्याय सभी के लिए की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए न्यायाधीश मुकेश गुप्ता ने विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा दी जा रही, निशुल्क कानूनी सेवाओं को प्राप्त करने के लिए 24 घंटे संपर्क के लिए 1516 फोन नंबर का उल्लेख किया

राजधानी की सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ सामाजिक कार्यकर्ता ने साइबर अपराध के तहत महिलाओं का यौन शोषण को पुरुषकर्मियों के सोच की विकृति बताया उन्होंने कहा की साइबर अपराध की वे पीड़ित महिलाएं जो समाज के डर से शिकायत नहीं करती उनके इसी सोच का फायदा उठा कर अपराधी ब्लैक मेल करते है यदि अनजाने मे महिला साइबर अपराध की शिकार हो जाये तो घबराये नहीं अपितु अपने घर मे घटना को साझा करे और हिम्मत जुटाए कर तुरंत शिकायत दर्ज कराये उन्होंने बताया कि पीड़ित महिलाये जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण मे भी आकर निशुल्क कानूनी सहायता ले सकती है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें वकील की व्यवस्था निशुल्क मिल सकती है

Inspector के पी सिंह थाना प्रमुख पुलिस स्टेशन सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने मजबूत पासवर्ड के साथ अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल को सुरक्षित करने, दो-कारक प्रमाणीकरण, वित्तीय धोखाधड़ी और सुरक्षित ऑनलाइन लेनदेन को सक्रिय करने, रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन इंस्टॉल नहीं करने, किसी भी स्थिति में ओटीपी / पिन साझा नहीं करने आदि के बारे में जागरूक किया उन्होंने जोर दिया कि अधिकांश वित्तीय गतिविधियां डिजिटल रूप से की जाती हैं, इसलिए उन्हें साइबर खतरों के बारे में पता होना चाहिए
कार्यक्रम के अंत में डॉ लवली पुरी द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा छात्रों से यह उम्मीद की महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए साइबर अपराध को रोकने के लिए आज संगोष्ठी में दी गई सभी जानकारियों को व्यवहारिक रूप से अपनाएंगे
इस अवसर पर इंस्पेक्टर दिल्ली पुलिस ने साइबर क्राइम रोकथाम पर एक शिक्षाप्रद कविता भी सुनायी

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