झारखंड सरकार और केंद्र सरकार द्वारा जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थ राज सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित किए जाने के निर्णय का विरोध करने के लिए इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने के लिए आज देश भर का जैन समाज दिल्ली में उमड़ पडा. देश के विभिन्न भागों से आए लाखों जैन धर्मावलंबियों को पुलिस ने दिल्ली के अनेक स्थानों पर रोक दिया. इसके बावजूद हजारों लोग इंडिया गेट पर पहुंचने में सफल रहे. इसके अलावा आंदोलन स्थल को भी पुलिस ने बैरिकेटिंग लगा कर चारों तरफ से बंद कर दिया. वहां से किसी को भी बाहर नहीं जाने दिया. वहीं एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी जान समाज का समर्थन करते हुए निर्णय वापस लेने की मांग की. साथ ही पुलिस आंदोलन समिति के ग्यारह सदस्यों को अपनी गाडी़ में बैठाकर राष्ट्रपति भवन लेगई जहां राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया गया. उधर आंदोलन समिति के प्रवक्ता एवं रिषभ विहार दिगम्बर जैन समाज के मंत्री विपुल जैन ने बताया कि जब तक यह आदेश रद्द नहीं किया जाता आमरण अनशन व आंदोलन जारी रहेगा.
जैन धर्म के सर्वोच्च तीर्थ राज सम्मेद शिखर जी को केंद्र व राज्य सरकार द्वारा वन्य जीव अभ्यारण एवं पर्यटन स्थल घोषित करने की घोषणा का जैन समाज लगातार विरोध कर रहा है. इस मसले पर आज देश की राजधानी दिल्ली में आज इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला गया. मार्च में शामिल होने के लिए देश भर से लाखों जैन धर्मावलंबी दिल्ली पहुंच गए. दिल्ली के इंडिया गेट, प्रगति मैदान व आईटीओ पर चारों तरफ सम्मेद शिखर जी बचाओ के नारे ही सुनाई दे रहे थे. सभी इंडिया गेट पर पहुंच कर राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने के लिए जा रहे थे लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रास्ते में ही रोक दिया. इसके बावजूद हजारों लोग इंडिया गेट पर पहुंच ही गए. आज सुबह से ही दिल्ली की सड़कों पर हलचल मची हुई थी. देश के अनेक भागों से हजारों जैन श्रद्धालु विभिन्न साधनों बस, कार आदि से इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने के लिए पहुंच रहे थे. दिल्ली पहुंचने के बाद अनेक प्रदर्शनकीरियों को दिल्ली पुलिस ने लाल किला, आईटीओ एवं प्रगति मैदान के पास रोक लिया. इसके बावजूद हजारों लोग इंडिया गेट पर पहुंच ही गए वहां पर उन्होंने प्रदर्शन किया. दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ यह विशाल प्रदर्शन सायं 4 – 5 बजे तक जारी रहा. इंडिया गेट के साथ साथ अन्य स्थानों से भी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर बसों में बैठा कर अलग अलग स्थानों पर लेजा कर छोड़ दिया. वहीं प्रगति मैदान के पास प्रदर्शन कर रहे जैन श्रद्धालुओं के साथ पुलिस ने बदसुलुकी भी की वहां पुरुषों सहित महिलाओं व बच्चों को धक्के देकर व घसीटकर गाड़ियों में डाला. आज दिल्ली की सड़कों पर चारों तरफ जैन समाज का हुजूम ही दिखाई दे रहा था. जिधर देखो उधर ही दिल्ली की सड़कों पर लम्बा जाम नजर आ रहा था. चारों तरफ सम्मेद शिखर जी की जयकार के नारे ही सुनाई दे रहे थे.
वहीं आज एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी जैन समाज का समर्थन करते हुए यह आदेश वापस लेने की मांग की.
इधर आमरण व आंदोलन स्थल पर सुबह से ही पुलिस का जमावड़ा था. शाहदरा के डीसीपी सत्यसुंदरम के नेतृत्व में शाहदरा जिला पुलिस के आला अफसर व सैंकड़ों पुलिसकर्मी चारों तरफ बैरिकेटिंग लगा कर लोगों को प्रदर्शन के लिए जाने से रोक रहे थे. जैन विश्व संगठन के अध्यक्ष आमरण अनशन कर्ता संजय जैन को भी वहां बैठाए रखा. दो बजे पुलिस अपनी गाडियों में जैन समाज के ग्यारह व्यक्तियों को राष्ट्रपति भवन ले गई जहां उन्होंने ज्ञापन दिया.
आगे की रणनीति के बारे में जानकारी देते हुए आंदोलन समिति के प्रवक्ता एवं रिषभ विहार दिगम्बर जैन समाज के मंत्री विपुल जैन ने बताया कि जब तक यह आदेश रद्द नहीं किया जाता तथा हमें लिखित में नहीं दिया जाएगा यह आन्दोलन और आमरण अनशन लगातार जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि आज का प्रदर्शन तो पहला पड़ाव है यदि जल्दी ही हमारी मांगें नहीं मानी गई तो अगले पड़ाव में पूरे देश में जैन समाज आमरण अनशन व क्रमिक अनशन के साथ साथ प्रदर्शन भी तेज करेगा. इसके अलावा इस अध्यादेश के विरोध में देश भर में जैन धर्मावलंबी मुंडन भी करवाएंगे.
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