नई दिल्ली| केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को कहा कि उसने धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के महाप्रबंधकों, परियोजना निदेशकों, प्रबंधकों और 13 अन्य सहित नौ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोप लगाया गया था कि 2008-2010 के बीच एनएचएआई द्वारा निजी कंपनियों को परियोजनाएं – एनएच-6 के सूरत-हजीरा पोर्ट सेक्शन, एनएच-8 के किशनगढ़-अजमेर-ब्यावर सेक्शन और एनएच-2 के वाराणसी-औरंगाबाद सेक्शन का आवंटन किया गया था।
इन 3 परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन किया गया था। यह भी आरोप लगाया गया कि इन 3 परियोजनाओं के काम के दौरान, एनएचएआई के अधिकारियों ने निजी कंपनियों से धन स्वीकार किया।
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में आरोपियों के 22 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया।
तलाशी के दौरान आरोपियों के परिसरों और लॉकरों से 1.1 करोड़ रुपये नकद, 49.1 लाख रुपये की सावधि जमा रसीद और 4.5 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए गए। सीबीआई ने कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, “एनएचएआई अधिकारियों के नाम से कई संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। यह अपराध की आय हो सकती है।”
मामले में आगे की जांच की जा रही है।
–आईएएनएस
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