नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से यहां मुलाकात की और भारत-फ्रांस की रणनीतिक भागीदारी को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, “सुषमा स्वराज और मैक्रों ने व्यापार एवं निवेश, रक्षा व सुरक्षा, संस्कृति, शिक्षा और जनसंपर्क संबंधों में हमारी सामरिक भागीदारी को आगे बढ़ाने के लिए विचार-विमर्श किया।”
इससे पहले मैक्रों का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक रूप से स्वागत किया गया। जिसके बाद उन्होंने एकत्रित मीडियाकर्मियों से कहा कि फ्रांस, भारत का सबसे बेहतरीन साझेदार देश और यूरोप में भारत के प्रवेश का बिंदु होना चाहिए।
मैक्रों भारत के चार दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) सम्मेलन की सह अध्यक्षता करेंगे।
दरअसल, आईएसए सौर सांसधनों से समृद्ध देशों का गठबंधन है। मैंक्रों भारत में अपने प्रवास के दौरान आगरा और वाराणसी का दौरा भी करेंगे और नई दिल्ली में छात्रों से भी मुखातिब होंगे।
वह सोमवार को वाराणसी के दौरे के दौरान फ्रांस की कंपनी एंजी सोलर द्वारा निर्मित 75 मेगावाट सौर संयंत्र का उद्घाटन भी करेंगे।
मई 2017 में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह मैक्रों की पहली भारत यात्रा है।
–आईएएनएस
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