नई दिल्ली। ऑल इंडिया माइनॉरिटीज़ फ्रंट के अध्यक्ष ने कहा है कि 7 वर्ष पूर्व स्विस बैंक में जमा 6,225 करोड़ बढ़कर 20,700 करोड़ हो गया, उन्होंने कहा कि यह काला धन किस किस का हैं उनके नाम उजागर कीजिये। उनका नाम उजागर करने से आप डरते क्यों हैं ? इस अवैध काले धन को देश में लाइए। जनता को दीजिये ऐसा करने से आपको कौन रोक रहा है?
स्विस बैंक में जमा काले धन के बारे में सवाल पर बयान देते हुए ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष आसिफ ने कहा कि। 2014 के लोकसभा चुनाव में कहा गया था के भारत के लोगों ने अपने काले धन को स्विस बैंक मैं जमा कराया है. हम सत्ता में आते ही 3 महीने के अंदर स्विस बैंक में जमा सारे काले धन को वापस लाएंगे और जिन जिन लोगों ने स्विस बैंक में पैसा जमा किया है उनके नाम को भी सार्वजनिक करेंगे। इतना ही नहीं अपने कहा था कि भारत मैं पैसा आते ही प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपया चला जाएगा।
इन उन्होंने कहा कि बाद में इस घोषणा को चुनावी जमला कह कर रफा दफा करना चाहा लेकिन उस समय भारत की भोली जनता ने पूर्ण बहुमत की सरकार बना दिया और आज भी आस लगाए बैठी है। महामारी में इस संसार से लाखों नर नारी इस संसार से विदा हो गए। इनमें से बहुत से लोग धनाभाव और दवाइयों के आभाव के चलते दिवंगत हुए।
माइनॉरिटीज़ फ्रंट के नेता ने कहा कि आज देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है हम मंदी के दौर से गुजर रहे हैं. बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है. ऐसे समय में जिन्होंने देश अर्थव्यवस्था को खराब करने के लिए भारत का धन निकाल कर स्विस बैंक में जमा किया है वह अपराधियों के श्रेणी में आते हैं। वह धन पिछले 7 सालों में बढ़कर अब 20,700 करोड़ हो गया है. सरकार जल्द उन पैसों को वापस ले आए ताकि देशवासियों को राहत मिले पिछले 2 सालों में 42% लोगों की आमदनी कम हो गई है 55% लोगों की आमदनी जस की तस बनी हुई है और महंगाई बड़ी हुई है. देश में केवल 3% लोगों की आमदनी में वृद्धि हुई है.सरकार उन सब लोगों के नाम सार्वजनिक करे. ताकि देश को पता चले काला धन जमा करने वाले कौन-कौन लोग हैं. काला धन नहीं लाने के कारण और लोगों के नाम सार्वजनिक नहीं करने के कारण सरकार की बदनामी हो रही है. थोक महंगाई दर 13 साल के उच्चतम अस्तर 12,94% पहुंच गई है. खुदरा महंगाई दर 6% हो गया है.
डॉ आसिफ ने कहा राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है के अगर काला धन सरकार ले आती है तो प्रत्येक लोगों के खाते में जो 15 लाख रुपया देने की बात कही गई थी अब 30 लाख रुपया दिया जा सकता है जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी तो मुल्क की अर्थव्यवस्था अपने आप मजबूत हो जाएगी। डॉ आसिफ ने कहा देश के अंदर जो 3% लोगों की आमदनी में वृद्धि हुई है इसका ताजा उदाहरण है के मर्सिडीज़ कंपनी ने एक कार का लांच किया मूल्य 3 करोड़ रुपया रखा और 1 साल में 50 गाड़ी बेचने का लक्ष्य रखा लेकिन मर्सिडीज कंपनी भी हैरान रह गई है जब एक ही महीने में 50 गाड़ी बिक गई. भारत की 80 करोड़ जनता 5 किलो अनाज लेने के लिए लाइन में खड़ी है और दूसरी ओर इस कोरोना काल में भी कुछ लोगों के धन रहे हैं के 3 करोड़ की गाड़ी लॉन्च होते ही बिक गई पूरे विश्व में पिछले 7 सालों से हमारी सरकार का डंका बज रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व में जिस देश में जाते हैं, वहां के राष्ट्र अध्यक्ष सेलेकर वहां की जनता भव्य स्वागत करती है स्विस बैंक से काला धन लाने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा। हमारी मांग है कि सरकार इस अवसर का लाभ उठाकर 20,700 करोड़ वापस ले आए और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करे.
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