“नई दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए आवासीय कल्याण समितियों और मार्किट ट्रेर्डस एसोसिएशनों को घर-घर जाकर जनता की सोच और व्यवहार में बदलाव लाना होगा। यह समाज में व्यक्तिगत और सामुदायिक खुशहाली की दिशा में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”
यह बात आज नई दिल्ली की सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् और स्लीपवेल फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में कही, जिसका आयोजन ‘खुशहाली सप्ताह‘ के अन्तर्गत पालिका परिषद् के सभागार में किया गया।
श्रीमती लेखी ने कहा कि आधुनिक समाज में प्लास्टिक की थैलियाॅं एक खतरनाक वस्तु है और आज की यह जरूरत यह है कि हमें अपने प्रतिदिन के जीवन में प्लास्टिक और प्लास्टिक की वस्तुओं के इस्तेमाल के लिए व्यवहार और आदतों को बदलना होगा। उन्होंने घर पर ही कूड़े को अलग-अलग करने के लिए अच्छी आदतों को अपनाने पर बल दिया। पर्यावरण के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए कम इस्तेमाल, पुर्न-चक्रण और दुबारा इस्तेमाल की पðति को अपनाने की जरूरत को महत्वपूर्ण बताया।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् के अध्यक्ष श्री नरेश कुमार ने इस संवाद कार्यक्रम में भागीदारों से विचार-विनिमय करते हुए नागरिक चेतना और दायित्व के संदेश को नई दिल्ली के प्रत्येक नागरिक और आगुन्तकों तक पहुॅंचाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक ही नही सामुदायिक स्तर पर भी पालिका परिषद् द्वारा किए जा रहे प्रयासों में सहयोग किया जाना चाहिए जिससे यें प्रयास सफल हो सकंे।
उन्होंने बताया कि पालिका परिषद् द्वारा पाॅंच काॅलोनियों को कूड़ा-मुक्त बनाने, कूड़े को स्रोत स्थल पर ही अलग-अलग करने, नई दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाने, ई-कचरे और निर्माण एवं तोड-फोड के मलबे के वैज्ञानिक निपटान, वर्षा तिंु में सघन पौधारोपण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं और सम्पत्तियों के डिजिटल डोर नम्बर के लिए किए जा रहे सर्वेक्षण में भी अपना सहयोग अवश्य दें।
उन्होंने आगे बताया कि नई दिल्ली के हितधारकों के साथ आयोजित इस सवांद कार्यक्रम का उद्देश्य आपसी हितों के मुद्दों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने, कूड़ा प्रबंधन के नियमों और उपनियमों की जानकारी के आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रयासों और सुझावों के माध्यम से नई दिल्ली क्षेत्र में स्वामित्व की भावना को बढ़ावा देना है।
पालिका परिषद् की सचिव, श्रीमती रश्मि सिंह ने कहा कि नई दिल्ली का राजधानी क्षेत्र बहुत सुन्दर है, जिसका सर्वोत्तम रखरखाव भी किया जा रहा है परन्तु यहाॅं के नगारिकों और आगुन्तकों के बीच सामाजिक दायित्व, स्वामित्व और सामांजस्य की भावना को बढावा देने की जरूरत महसूस होती है जिसके लिए यह खुशहाली सप्ताह मनाया जा रहा है । उन्होंने इस अवसर पर नई दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए एक प्रस्तुति प्रस्तुत की तथा संवाद कार्यक्रम में सभी भागीदारों से उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर विचारों और सुझावों का भी आदान-प्रदान किया।
इससे पूर्व कल नई दिल्ली की सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी और समसामयिक कला की प्रसिð कलाकार सुश्री एनजोली इला मेनन ने इंडिया गेट के पास शाहजहाॅं रोड की किनारे की दिवारों पर ‘स्ट्रीट आर्ट‘ परियोजना का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम ‘‘खुशहाली सप्ताह‘‘ की एक सांकेतिक शुरूआत थी, जिसके माध्यम से लोगों में सजृनात्मक तरीके से गौरव और स्वामित्व की भावना का संचार हो सके।
इस अवसर पर इंडिया गेट के प्रांगण में ‘‘आओ असली हीरो बने‘‘ अभियान की शुरूआत की गई। इसके अन्तर्गत जनता के व्यवहार में इस प्रकार का बदलाव लाने की कोशिश की जाएगी कि वें सार्वजनिक स्थलों पर अपने व्यक्तिगत व्यवहार के प्रति जवाबदेह बनकर ‘असली हीरो‘ की भूमिका निभा सकें। इस कार्यक्रम में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् के अन्तर्गत स्वच्छता प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं ने भी सक्रिय हिस्सा लिया।
इस संवाद कार्यक्रम में नई दिल्ली की आवासीय कल्याण समितियों, मार्किट ट्रेर्डस एसोसिएशनों, दूतावासों, संयुक्त राष्ट्र के निकायांे, विद्यालयों के प्रमुखों, विद्यालय प्रबंध समितियों के सदस्यों, संस्थानों और उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ पालिका परिषद् के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
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