लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दूसरे प्रदेशों के जिन श्रमिकों की घर वापसी हो रही है उनको स्थानीय स्तर पर उनकी दक्षता के अनुरूप ही काम दिया जाए। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी शनिवार को मुख्यमंत्री की टीम 11 के साथ हुई बैठक के बाद हुए निर्णयों की जानकारी पत्रकारों को दी।
उन्होंने कहा, “दूसरे प्रदेशों से वापस आने वाले श्रमिकों की संख्या 15 से 20 लाख तक होगी। संबंधित विभाग इसी अनुसार अपनी कार्ययोजना तैयार करें। इसके लिए आने वाले हर श्रमिक का मोबाइन नंबर और उसकी विशेषज्ञता को एकत्र कर लिया जाये। हर प्रवासी श्रमिक को उनकी दक्षता के अनुसार काम दिया जाएगा।”
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि श्रमिकों को लेकर नासिक (महाराष्ट्र) से पहली ट्रेन चल चुकी है। यह झांसी होते हुए रविवार को लखनऊ पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि 16 लाख सरकारी कर्मचारियों को वेतन और 12 लाख रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमारा हर संभव प्रयास है कि कोरोना का संक्रमण चिकित्सकों और पैरा मेडिकल कर्मचारी में न फैले।
अवस्थी ने बताया, “कोरोना वायरस के ²ष्टिगत प्रदेश में लॉकडाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 35,174 लोगों के विरूद्घ एफआईआर दर्ज की गई। इसके अलावा प्रदेश में अब तक 29,23,084 वाहनों की सघन चेकिंग में 34,279 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 14,07,12,352 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 1,97,222 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं।”
अवस्थी ने बताया, “प्रदेश के 433 हॉटस्पॉट क्षेत्र के 286 थानान्तर्गत 7,86,540 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 45,35,799 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 1712 है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में 20,444 वाहनों का चालान करते हुए 1512 वाहन जब्त किये गये।”
–आईएएनएस
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