चंडीगढ़| 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी वीरेश कुमार भावरा ने शनिवार को सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की जगह पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पदभार ग्रहण किया। चरणजीत चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के महज तीन महीने में भावरा तीसरे डीजीपी हैं। चट्टोपाध्याय ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता का स्थान लिया।
राजभवन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, “संघ लोक सेवा आयोग से प्राप्त पैनल पर विचार पर करते हुए पंजाब के राज्यपाल ने श्री वीरेश कुमार भावरा, आईपीएस को पुलिस महानिदेशक, पंजाब (पुलिस बल के प्रमुख) नियुक्त किया है।”
नवनियुक्त डीजीपी ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, पंजाब पुलिस चुनाव का सुचारु संचालन सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा कि चुनावों को ध्यान में रखते हुए पुलिस यह भी सुनिश्चित करेगी कि चुनाव प्रलोभन मुक्त तरीके से हो।
भावरा ने सुचारु चुनाव सुनिश्चित करने के अलावा कहा कि उनका ध्यान राज्य से नशीली दवाओं के खतरे और आतंकवाद को खत्म करने पर होगा।
उन्होंने कहा कि जन-केंद्रित पुलिसिंग और सार्वजनिक सेवा वितरण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से हैं।
डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस विभिन्न अपराधों की जांच के लिए प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करेगी।
भावरा, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक प्राप्त कर चुके हैं। वह इंटेलिजेंस ब्यूरो के अलावा पंजाब, असम और भारत सरकार में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
–आईएएनएस
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