नई दिल्ली:फ्रांस के विमान विनिर्माता दशॉ द्वारा निर्मित 36 मीडियम मल्टी-रोल रॉफेल लड़ाकू विमानों में से पांच विमान बुधवार अपराह्न् हरियाणा के अंबाला में स्थित वायुसेना अड्डे पर सुरक्षित तरीके से उतर गए। इस वायुसेना अड्डे का इस्तेमाल उत्तरी या पश्चिमी सीमाओं पर किसी संघर्ष की स्थिति में किया जा सकता है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा, “पक्षी अंबाला में सुरक्षित तरीके से उतर गए हैं।”
राजनाथ ने कहा, “राफेल लड़ाकू विमानों के भारत पहुंचने के साथ ही हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत हुई है। ये बहुभूमिका वाले विमान आईएएफ की क्षमताओं को क्रांतिकारी के रूप से बढ़ा देंगे।”
मजेदार बात यह कि भारतीय वायुसेना में इन नए एडिशंस को मौजूदा चीफ ऑफ एयर स्टाफ, एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया के नाम पर रखा गया है।
राफेल लड़ाकू विमानों के दो स्क्वोड्रन में से एक पाकिस्तान में पश्चिमी सीमा के लिए अंबाला में स्थित होगा, जबकि दूसरा स्क्वोड्रन पश्चिम बंगाल में हरिमारा में स्थित होगा और वह चीन सीमा के लिए समर्पित होगा, जहां भारतीय और चीनी पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक एक सीमा गतिरोध में आमने-सामने हैं, जिसमें 15 जून को हुए एक खूनी संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो चुके हैं और अज्ञात संख्या में चीनी सैनिक भी मारे जा चुके हैं।
रक्षामंत्री ने कोविड-19 महामारी के कारण लागू गंभीर प्रतिबंधों के बावजूद समय पर विमानों और इसके हथियारों की आपूर्ति के लिए फ्रांस सरकार, दशॉ एविएशन और अन्य फ्रेंच कंपनियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि विमानों का उड़ान प्रदर्शन बहुत अच्छा है और उनके हथियार, रडार और अन्य सेंसर व इलेक्ट्रॉनिक युद्धक क्षमताएं दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं।
राजनाथ ने ट्वीट किया, “भारत में इसके पहुंचने से आईएएफ हमारे देश पर संभावित किसी खतरे को रोकने में बहुत मजबूत स्थिति में रहेगा।”
राजनाथ ने यह भी कहा कि जो लोग भारत की क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पैदा करना चाहते हैं, उन्हें भारतीय वायुसेना की नई क्षमताओं के बारे में चिंतित होना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि राफेल विमान तभी खरीदे गए, जब वे आईएएफ की सामरिक जरूरतों को पूरी तरह पूरा करते थे। उन्होंने उन आरोपों का भी खंडन किया, जिसमें कहा गया है कि राफेल विमान के लिए फ्रांस को उदारता से भुगतान किए गए।
उन्होंने कहा, “इस खरीददारी के खिलाफ निराधार आरोपों का पहले ही जवाब दिया जा चुका है।”
–आईएएनएस
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