नई दिल्ली | राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के 50 हजार कैडेट्स ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में में अपना योगदान देने की पेशकश की है। ‘एक्सरसाइज एनसीसी योगदान’ के अंतर्गत 2,000 कैडेट्स को पहले ही नियुक्त किया जा चुका है। एनसीसी कैडेट्स सिविल कार्यो, रक्षा और पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 2,000 कैडेटों को पहले ही नियुक्त किया जा चुका है, जहां उनमें से 306 तमिलनाडु में विभिन्न कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। यह संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है।
एनसीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “लॉकडाउन जारी रहने के साथ ही अधिक से अधिक राज्यों में विभिन्न कार्यों के लिए एनसीसी कैडेटों की मांग की जा रही है। मुख्यालय महानिदेशालय एनसीसी इस उद्देश्य के लिए स्वयंसेवा करने वाले कैडेटों की संख्या की निगरानी कर रहा है। अब तक लगभग 50,000 कैडेट्स ने ‘एक्सरसाइज एनसीसी योगदान’ में स्वेच्छा से काम करने की इच्छा जताई है।”
अठारह वर्ष से अधिक आयु के स्वयंसेवी एनसीसी कैडेट्स और सीनियर डिवीजन (लड़के कैडेट्स के लिए) और सीनियर विंग (लड़कियां कैडेट्स के लिए) से इन कर्तव्यों के लिए नियुक्त किए जा रहे हैं। कैडेट्स स्वेच्छा से इस काम में अपना योगदान दे रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जाता है कि कैडेटों को प्रशिक्षित किया जाए और तैनात होने से पहले कार्यों के बारे में सही जानकारी दी जाए।
राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी कैडेटों को उनकी तैनाती के दौरान मास्क, दस्ताने आदि उचित सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। कैडेटों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनसीसी के अधिकारियों, जूनियर कमीशन अधिकारियों, पीआई स्टाफ और एएनएम की देखरेख में कैडेटों को नियुक्त किया जा रहा है। उन्हें संबंधित राज्य सरकारों द्वारा सील कर किए गए या हॉटस्पॉट/संवेदनशील क्षेत्र के रूप में निर्धारित किए गए उन क्षेत्रों में तैनात नहीं किया जा रहा है।
कैडेटों को विभिन्न कर्तव्यों जैसे यातायात प्रबंधन, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, खाद्य पदार्थों की तैयारी और पैकिंग करना, खाद्य एवं आवश्यक वस्तुओं का वितरण, कतार प्रबंधन, सामाजिक दूरी, नियंत्रण केंद्रों और सीसीटीवी नियंत्रण कक्षों की चौकीदारी के लिए तैनात किया जाता है।
–आईएएनएस
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