नई दिल्ली| दिल्ली के कई अभिभावकों और अभिभावक संगठनों ने एक बार फिर 9वीं और 11वीं क्लास के बच्चों के ऑनलाइन टेस्ट कराने की अपील की है। अभिभावकों का कहना है कि क्वीन मैरी स्कूल में बच्चे के कोरोना संक्रमित होने के सबूत हैं। इसी के आधार पर दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद कर, ऑनलाइन एग्जाम की मांग की जा रही है। दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि, “तीस हजारी स्थित क्वीन मैरी स्कूल में 15-20 बच्चों के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर है। इसके बाद बाकी बच्चों के पेरेंट्स भी चिंतित हैं। यहां 15-20 बच्चे के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई है। परंतु स्कूल के लेवल पर खबर को दबाया जा रहा है। हालांकि अब स्कूल 1 सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।”
अभिभावक संघ ने कहा कि वेंकटेश्वर स्कूल के बच्चों को भी जबरन स्कूल बुलाया जा रहा है। जबकि वहां 2 बच्चे कोरोना संक्रमित हुए हैं। संक्रमित बच्चे के साथियों को क्वारंटीन होना चाहिए जबकि स्कूल उन्हें कल पेपर देने के लिए बुलाया जा रहा है।
वहीं क्वीन मैरी स्कूल के कर्मचारी एक छात्र के पॉजिटिव होने की बात कह रहे हैं। स्कूल का कहना है कि अभिभावकों ने स्कूल को सूचित नहीं किया। संदिग्ध छात्र की रिपोर्ट भी अभी नहीं मिली है। छात्र के अभिभावकों ने स्कूल को रिपोर्ट के बारे में सूचित नहीं किया है। लेकिन अन्य अभिभावकों की चिंता को देखते हुए स्कूल 7 मार्च तक बंद करने का फैसला किया गया है। अब छात्रों को 8 मार्च को अपनी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
दिल्ली अभिभावक संघ ने इससे पहले दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर 9वीं और 11वीं क्लास के बच्चों के ऑनलाइन पेपर्स कराए जाने की अपील की थी।
गौतम ने कहा कि, “दिल्ली अभिभावक संघ ने पहले ही चेताया था कि स्कूलों में बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी उनके पास लगातार आ रही है, पर उस समय हमारे पास सबूत नहीं थे। अब कुछ बच्चे कोरोना संक्रमित हुए हैं, इसके पु़ख्ता सबूत भी हैं, इसलिए हमारी मांग है दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद कर, बिना देरी किए तुरंत ऑनलाइन एग्जाम की घोषणा कर दी जाए।”
गौरतलब है कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के प्रैक्टिकल भी सोमवार 1 मार्च से शुरू हो चुके हैं। सीबीएसई बोर्ड ने स्कूलों को प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट, असाइनमेंट और इंटर्नल असेसमेंट 11 जून तक कराने के निर्देश दिए हैं।
सीबीएसई ने अपने दिशा निर्देश में कहा कि प्रैक्टिकल से पहले और प्रैक्टिकल के बाद लैब को सैनेटाइज किया जाएगा। प्रत्येक प्रैक्टिकल के उपरांत ऐसा करना अनिवार्य है। प्रैक्टिकल के दौरान प्रयोगशाला में छात्रों को हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा। छात्र बिना मास्क के प्रयोगशाला में प्रवेश नहीं कर सकते।
–आईएएनएस
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