मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी के पिता लेखक व फिल्मकार राम मुखर्जी का रविवार सुबह निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे।
उनकी पत्नी कृष्णा ने फोन पर आईएएनएस को बताया, “उन्हें 13 अक्टूबर को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनका इलाज चल रहा था। दुर्भाग्य से, उनका शरीर इस बार इलाज के प्रति कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा था। सुबह 5 बजे उनका रक्तचाप तेजी से घट गया।”
डबडबाई आंखों से उन्होंने कहा, “वह नहीं रहे, सबकुछ खत्म हो गया।”
राम मुखर्जी मुंबई के फिल्मालय स्टूडियो के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। राम ने ‘हम हिंदुस्तानी’ और ‘लीडर’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था।
वर्ष 1996 में आई बांग्ला फिल्म ‘बियेर फूल’ के जरिए उन्होंने बेटी रानी मुखर्जी को फिल्म जगत में उतारा था। इस फिल्म के वह निर्देशक और निर्माता थे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राम के निधन पर शोक प्रकट किया है।
उन्होंने ट्वीट किया, “दिग्गज फिल्मकार राम मुखर्जी के निधन से दुखी हूं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी ने ट्वीट किया, “राम मुखर्जी के निधन की खबर बहुत दुखद है। मुझे उनके साथ ‘रक्ता नदीर धारा’, ‘रक्तालेखा’ और ‘बियेर फूल’ में साथ काम करने का मौका मिला। भगवान राम दा की आत्मा को शांति दे।”
राम दा की अंत्येष्टि विले पार्ले के पवन हंस श्मशान घाट पर हुई। इस मौके पर रानी अपने पति आदित्य चोपड़ा के साथ मौजूद थीं।
राम मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने के लिए अभिनेता आमिर खान, अनिल कपूर और रणवीर सिंह भी पहुंचे।
–आईएएनएस
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