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ISLAMABAD, July 28, 2017 (Xinhua) -- Pakistani people stand outside the Supreme Court waiting for its verdict over corruption charges against Prime Minister Nawaz Sharif, in Islamabad, capital of Pakistan, July 28, 2017. Pakistan's Supreme Court on Friday disqualified Prime Minister Nawaz Sharif over corruption charges. (Xinhua/Ahmad Kamal/IANS)

पाकिस्तान : पूर्व राजदूत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को ‘मेमोगेट’ स्कैंडल में अमेरिका में सेवा दे चुके पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। 2011 का मेमोगेट विवाद एक ज्ञापन के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसे कथित तौर पर हक्कानी ने लिखा था। हक्कानी ने ज्ञापन में ओसामा बिन लादेन पर छापे के बाद पाकिस्तान में एक सैन्य तख्तापलट को टालने के मद्देनजर ओबामा प्रशासन से मदद मांगी थी।

डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, हक्कानी ने 2008 से 2011 तक राजूदत के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं। हक्कानी को इस मामले में उनकी कथित भूमिका के कारण पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

संघीय जांच एजेंसी ने हक्कानी को पकड़ने के लिए इंटरपोल से रेड वॉरंट जारी करने के लिए कहा है। हक्कानी मेमोगेट मामले में अदालत द्वारा पेश होने के आदेश के बाद भी पेश नहीं हुए।

तीन जनवरी 2013 को हक्कानी ने चार दिनों में वापसी का हलफनामा दिया जिसपर अदालत ने उन्हें विदेश जाने की मंजूरी दे दी और वह पाकिस्तान से चले गए।

हालांकि उसके बाद वह देश लौटकर वापस नहीं आए और अदालत के साथ अपनी प्रतिबद्धता का उल्लंघन किया। चार जून 2013 को अदालत ने सरकार को उन्हें वापस लाने का निर्देश दिया।

अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल वकार राना ने पहले कहा था कि हक्कानी को अमेरिका से वापस लाने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।

इस कदम पर हक्कानी ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुखद है कि पाकिस्तान की शीर्ष अदालत स्थानीय टीवी समाचार कवरेज के लिए ऐसी हरकतें कर रही है।

उन्होंने कहा, “अतीत में ऐसे राजनीतिक वारंटों को विदेशों में नहीं माना जाता, जो अब भी काम नहीं करेगा।”

एक फरवरी को शीर्ष अदालत ने इस विवादास्पद मामले की सुनवाई के लिए तीन सदस्यीय पीठ का गठन किया था।

–आईएएनएस

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