कुआलालंपुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे कहा कि उनकी हत्या कर दी जाएगी। राहुल ने कहा कि उन्होंने अपने पिता से भी यही कहा था कि उनके साथ भी वैसा ही हो सकता है। राहुल गांधी ने मलेशिया में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के पूर्व छात्रों को बतया कि वह और उनकी बहन प्रियंका ने उनके पिता के हत्यारों को माफ कर दिया है।
सात साल के दौरान दादी और पिता की हत्याओं का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, “मेरी दादी ने मुझसे कहा था कि वह मरने वाली हैं और मैंने अपने पिता से कहा था कि वह मारे जा सकते हैं।”
इंदिरा गांधी को 31 अक्टूबर 1984 को उनके आधिकारिक आवास पर दो अंगरक्षकों ने उनकी हत्या कर दी थी, जबकि श्रीलंका के उस समय के तमिल टाइगर्स गुट ने 21 मई 1991 को तमिलनाडु में एक चुनावी सभा में बम विस्फोट में कर राजीव गांधी की हत्या कर दी थी।
राहुल ने कहा, “हम जानते थे कि मेरे पिता मौत को गले लगाने जा रहे हैं। हम जानते थे कि मेरी दादी मरने जा रही हैं। जब आप बुरी ताकतों को कुचलेंगे और जब आप किसी चीज के लिए खड़े होंगे, आप मारे जाएंगे। यह बिल्कुल स्पष्ट है।”
उन्होंने कहा, “राजनीति में आपका सामना बड़ी ताकतों से होती है तो आमतौर पर दिखता नहीं है। आप ऐसी ताकतों का मुकाबला करते हैं जो शक्तिशाली हैं। वे दिखती नहीं हैं लेकिन आपको चोट पहुंचा सकती हैं।”
उनसे जब पूछा गया कि क्या वह और प्रियंका अपने पिता के हत्यारों को माफ कर चुके हैं तो उन्होंने कहा, “हम परेशान थे और कई साल से दुखी थे। हम बहुत नाराज भी थे। लेकिन हमने सचमुच पूरी तरह उनको माफ कर दिया है।”
उन्होंने कहा, “जब मैंने टीवी पर प्रभाकरण (तमिल टाइगर्स प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरण) को मरा हुआ देखा तो मेरे मन में दो भावनाएं उत्पन्न हुईं। पहला कि वे लोग इस आदमी को क्यों इस तरह अपमानित कर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर हमें उनके और उनके बच्चों को लेकर बुरा महसूस हो रहा था।”
श्रीलंकाई सुरक्षा बल ने मई 2009 में प्रभाकरण की हत्या कर तमिल टाइगर्स का खात्मा कर दिया था।
–आईएएनएस
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