नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने बैंकों की धोखाधड़ी पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बुधवार को कहा कि केंद्रीय बैंक नापाक मिलीभगत को तोड़ने के लिए भरसक कोशिश करेगा। पटेल सार्वजनिक क्षेत्र के अधीन आने वाले पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में समाने आए 13,540 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के संबंध में बोल रहे थे।
गुजरात के नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में एक व्याख्यान देते हुए पटेल ने कहा, “मैं आज यह बताने जा रहा हूं कि आरबीआई में हमें भी बैंकिंग क्षेत्र की धोखाधड़ी व अनियिमितताओं को लेकर गुस्सा आता है और हम आहत व दर्द महसूस करते हैं। अंग्रेजी के सरल शब्दों में कहा जाए तो यह कुछ कारोबारी और बैंकों की मिलीभगत से देश के भविष्य को लूटने का काम है।”
उन्होंने कहा, “बैंकों में आपकी जमा राशि की सुरक्षा के लिए 2015 में आरबीआई की ओर से घोषित बैंकों की परिसंपत्ति गुणवत्ता समीक्षा हमारे पर्यवेक्षक दल की ओर से सक्षमता पूर्वक की जा रही है और हम नापाक सांठगांठ को तोड़ने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “अगर हमें इन बाधक तत्वों का सामना करने की जरूरत पड़ेगी और नीलकंठ की तरह विषपान भी करना पड़ेगा तो हम अपने कर्तव्य के पालन में वैसा भी करेंगे।”
–आईएएनएस
और भी हैं
अदाणी ग्रुप अमेरिका में एनर्जी सिक्योरिटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए 10 अरब डॉलर करेगा निवेश
एनटीपीसी और ओएनजीसी ग्रीन एनर्जी सेक्टर में कारोबार के लिए बनाएंगी ज्वाइंट वेंचर
आंध्र प्रदेश में निवेश के लिए यह सबसे अच्छा समय है : चंद्रबाबू नायडू