नई दिल्ली: सोने की खरीदारी का त्योहार अक्षय तृतीया पर आभूषण विक्रेताओं ने हर साल की भांति इस साल भी विशेष छूट की पेशकश की है। मगर, पीली धातु का भाव करीब तीन साल के ऊपरी स्तर पर होने से ब्रिकी में पिछले साल के मुकाबले थोड़ी कमी रह सकती है।
सोने की खरीद के लिए अक्षय तृतीया को शुभ माना जाता है, इसलिए आभूषण विक्रताओं और खरीदारों को हर साल इस दिन का इंतजार रहता है। आभूषण विक्रेताओं ने बताया कि इस दिन सोने की चमक बढ़ जाती है, क्योंकि भारतीय बाजारों में जितना सोना पूरे महीने में बिकता है उतना इस एक दिन में में बिकता है।
मंगलवार को देश के प्रमुख सर्राफा बाजार में 24 कैरट का सोना 32,150-32,250 प्रति दस ग्राम था जबकि 22 कैरट का सोना 32,050 रुपये प्रति दस ग्राम बिका।
वहीं, वायदा बाजार सोना के जून एक्सपारी अनुबंध 31,396 रुपये तक उछला, जबकि, पिछले साल घरेलू बाजार में सोने का वायदा भाव 28,873 रुपये प्रति दस ग्राम था जबकि हाजिर भाव करीब 29,000 रुपये था।
जेम एंड ज्वेलरी ट्रेड काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट शांतिभाई पटेल ने कहा कि अक्षय तृतीया सोने की खरीद के लिए शुभ मुहूर्त होता है। ऐसे में भाव तेज होने पर भी खरीदारी के रुझान में कोई खास कमी नहीं आएगी। लेकिन बिक्री का कुल परिमाण पिछले साल से घट सकता है।
मुंबई के आभूषण विक्रेता व मुथा गोल्ड के प्रमुख विनोद मुथा ने भी बताया कि अक्षय तृतीया पर सोने की चमक बढ़ जाती है। इस बार भी पीली धातु में मांग जोरदार रहने की उम्मीद है मगर, 30,000 रुपये प्रति दस ग्राम से कम भाव पर जो रुझान होता है वह नहीं रहेगा क्योंकि हाजिर भाव 32,000 रुपये से रुपर चल रहा है।
हालांकि, केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर विजय केडिया की माने तो सोना कभी भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1,400 डॉलर प्रति पाउंड का स्तर छू सकता है क्योंकि पीली धातु पिछले तीन साल से 1,200-1,350 डॉलर के दायरे में ही बहुधा रही है और मौजूदा हालात में भूराजनीतिक तनाव के चलते तीन साल के ऊपरी स्तर पर बना हुआ है। उन्होंने कहा अगर भूराजीतिक तनाव गहराता है तो सोना निवेश का बेहतर विकल्प रहेगा और इसमें जबरदस्त तेजी देखने को मिलेगी क्योंकि हमने देखा कि अमेरिका द्वारा सीरिया पर सैन्य कार्रवाई शुरू करने पर सोने में जोरदार तेजी आई।
उन्होंने कहा कि भारत में भी पिछले तीन साल में सोना कमोडिटी बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर बहुधा 2,800-31,500 रुपये प्रति दस ग्राम के दायरे में रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी बरकरार रहने से भारत में भी तेजी बनी रहेगी।
शांतिभाई पटेल ने बताया कि उन्होंने अपने शो रूम में सोने के आभूषणों की खरीदारी के लिए मेकिंग पर 30 फीसदी की छूट की पेशकश की है। वहीं, कुछ आभूषण विक्रेताओं ने अलग तरह के ऑफर दिए हैं। मुथा गोल्ड ने मेकिंग पर 40 फीसदी छूट की पेशकश की है।
केडिया ने बताया कि इधर, से हाजिर के बजाय, पेपर गोल्ड में निवेश के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है। विनोद मुथा ने बताया कि वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी लागू होने पर सिक्के बदले आभूषण की मांग ज्यादा होने लगी है।
कारोबारियों के मुताबिक, भारत के सर्राफा बाजार में औसतन 40-50 टन सोने की मासिक बिक्री होती है, लेकिन अक्षय तृतीया जिस महीने में होती है उस महीने 100 टन से ज्यादा सोने की बिक्री होती है।
–आईएएनएस
और भी हैं
राहुल, प्रियंका सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने झांसी की घटना पर जताया दुख
आज एक उम्मीद और सोच है, यह इंडिया की सेंचुरी होगी : पीएम मोदी
दिल्ली के प्रगति मैदान में बिहार म्यूजियम का भव्य प्रदर्शन