नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने मंगलवार को तस्करी कर लाई गईं 18-30 आयुवर्ग की 18 महिलाओं को मुक्त कराया। उनमें से ज्यादातर महिलाएं नेपाल की रहने वाली हैं। इन महिलाओं के प्रत्यर्पण के लिए नेपाल दूतावास से संपर्क किया जा रहा है।
आयोग ने एक बयान में कहा कि 23 जुलाई को दर्ज किए गए एक मामले में कुछ लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए नेपाल से खाड़ी देशों में बेचने के लिए दिल्ली लाने का उल्लेख होने के बाद आयोग ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सहयोग से वाराणसी में एक अभियान चलाया गया था।
एक बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दल ने दिल्ली आकर मैदानगढ़ी में एक घर में छापा मारा जिसमें लड़कियों को बरामद किया गया।
घर से कम से कम 68 नेपाली पासपोर्ट बरामद हुए।
सूचना मिलते ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल घटना स्थल पर पहुंच गईं और शुरुआत में नहीं बोलने वाली लड़कियों से बात करने की कोशिश की।
आयोग के अनुसार, “समझाने के बाद उन्होंने बताया कि दिल्ली उन्हें नौकरी के बहाने से लाया गया था।”
वे गरीब हैं और नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्र की रहने वाली हैं। ज्यादातर महिलाएं अपने परिवार और घर को खो चुकीं हैं।
दिल्ली महिला आयोग ने पिछले सप्ताह दो अलग-अलग मामलों में 16 नेपाली लड़कियों को मुक्त कराया था। ये लड़कियां खाड़ी देशों में तस्करी कर भेजी जाने वाली थीं।
–आईएएनएस
और भी हैं
सीएम आतिशी ने रोहिणी में नये स्कूल का उद्घाटन किया, कहा- ‘हर बच्चे को वर्ल्ड क्लास शिक्षा देना हमारा मकसद’
दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची
दिल्ली में प्रदूषण से हाल बेहाल, कई इलाकों में एक्यूआई 400 पार