शिवपुरी/भोपाल: यहां सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने आए 30 से ज्यादा लोग जलस्तर अचानक बढ़ जाने से जल प्रवाह के बीच फंस गए, जिसमें से कम से कम 10 लोगों के बह जाने की आशंका जताई गई है। जबकि सात लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
जनसंपर्क विभाग के संचालक आशुतोष प्रताप सिंह ने भोपाल में आईएएनएस को बताया, “10 से ज्यादा लोगों के पानी के बहाव में बह जाने की सूचना मिली है। राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।”
पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने संवाददाताओं को बताया, “सात लोगों को सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं अन्य लोगों को बचाने का अभियान जारी है।” यह झरना शिवपुरी व ग्वालियर जिले की सीमा पर मोहना गांव के पास स्थित है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, “शिवपुरी में जल प्रपात में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं। मैं लगातार बचाव दल के संपर्क में हूं। हेलीकाप्टर की मदद से बचाव दल प्रयासरत हैं। सात लोगों को सफलतापूर्वक बचाया जा चुका है।”
सूत्रों ने बताया कि बचाए गए सात लोगों को हेलीकॉप्टर से ग्वालियर भेजा गया है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को स्वाधीनता दिवस की छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग शिवपुरी जिले के मोहना स्थित सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने गए थे। कुछ लोग चट्टान पर चढ़कर तस्वीरें खिंचा रहे थे, तभी बारिश का पानी आने से जलस्तर बढ़ गया, और झरने के बीच खड़े 30 से ज्यादा लोग पानी में फंस गए।
इस बीच हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें साफ दिखता है कि लोग पानी के बहाव के साथ बह रहे हैं, और खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, दुर्घटना की सूचना मिलते ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर से मौके पर पहुंच गए हैं। अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर बचाव कार्य पर नजर रखे हुए हैं। रात का अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है।
–आईएएनएस
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