राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद ने नई दिल्ली में केंद्रीय सतर्कता आयोग के समारोह में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2018 समारोह को संबोधित किया। इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का विषय है ‘भ्रष्टाचार उन्मूलन – नए भारत का निर्माण‘।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि नए भारत की रचना के लिए भ्रष्टाचार को समाप्त करना बेहद जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारे लोगों का यह विश्वास लगातार बढ़ना चाहिए कि फैसले और कार्य पारदर्शिता, जवाबदेही और निष्पक्षता के साथ हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद की प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जीईएम ऑनलाइन प्लेटफार्म की शुरूआत की गई है। जीएसटी व्यवस्था को लागू करने के लिए उस वर्ग तक बैंकिंग की सुविधा बढ़ाई गई है जिनके पास पहले यह सुविधा नहीं थी, औपचारिक अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रयास किये गए हैं। डिजिटल प्रणाली अपनाने से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। इस तरीके से सार्वजनिक धन के दुरूपयोग की समस्या से निपटा जा सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाने और दंड देने, अपराध करने के आदी लोगों को कानून का भय दिखाने के लिए गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं। कुछ विधायी उपाय भी किये गए हैं – उदाहरण के लिए मनी लांड्रिंग की रोकथाम कानून में संशोधन, बेनामी संपत्ति कानून को अमल में लाने के साथ-साथ काले धन (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) की घोषणा और कर कानून 2015 को लागू करना। भगौड़े आर्थिक अपराधी विधेयक को भी संसद में पेश किया पेश किया जा चुका है। इस तरह की पहलों से ईमानदार नागरिकों और करदाताओं में विश्वास पैदा होता है।
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