नई दिल्ली | कोरोना वायरस की वजह से देश में लागू लॉकडाउन की पहली अवधि 14 अप्रैल को खत्म होने वाली है। फिलहाल मिल रहे संकेतों से साफ है कि पूरे देश में लॉकडाउन को फिर बढ़ाया जा सकता है। ऐसे में देश में जहां -तहां फंसे लोगों को और कुछ दिन दुश्वारियां झेलनी पड़ सकती है। इन मुश्किलात में दिल्ली के सांसद ऐसे ही जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने में जुटे हैं।
इन मुश्किल हालात में अपने अपने क्षेत्र के लोगों को राहत पहुंचना सांसदों के लिये बड़ी चुनौती बन गयी है। राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते दिल्ली के सांसदों की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। इन दिनों दिल्ली के सभी सांसद अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने में जुटे हैं।
नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी इन दिनों अपने लोकसभा क्षेत्र के साथ दिल्ली की जनता की मुश्किलें कम करने में लगी हैं। मीनाक्षी लेखी का कहना है कि सुबह सुबह उनकी दिनचर्या की शुरुआत हो जाती है। लोगों की मुश्किलें और जरूरत को जानने क्षेत्र का दौरा करती हैं, जानकारी मिलते ही कच्चा समान लोगो तक पहुंचाती हैं। उनका कहना है कि अभी तक लोगों में 200 टन कच्चा माल पहुंचा चुकी हैं, और हर रोज कम से कम दो हजार पैकेट पका हुआ भोजन लोगों के बीच वितरित करती हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली के महादेव रोड स्थित सांसद के सरकारी आवास को ही कैम्प कार्यालय में तब्दील कर दिया है। यहीं से लोगों के बीच राहत का काम चलता रहता है। कोई भी जरूरतमंद उनके कैम्प कार्यालय में संपर्क कर या फिर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर मदद मांग सकता है।
सांसद मीनाक्षी लेखी कहती हैं कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर लोगों तक राहत मुहैया कराने की शुरूआत मैंने ही की थी। यह काम 27 मार्च से अनवरत जारी है। वो कहती हैं कि किसी ने मेरा और दिल्ली के अन्य सांसदों का मोबाईल नंबर सोशल मीडिया पर सावर्जनिक कर दिया। इससे एक एक दिन में हजार हजार फोन कॉल्स आने लगे। ज्यादातर फोन दिल्ली से बाहर से आ रहे थे। प्रतापगढ़, आजमगढ़, बाराबंकी, दरभंगा, पश्चिम बंगाल के कई शहरों से ज्यादा कॉल्स आये।
भाजपा सांसद कहती है कि इस दौरान कई सांसदों के भी फोन आ रहे हैं। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, बिहार के दरभंगा से सांसद गोपालजी ठाकुर, उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल जी का फोन आया। वो अपने अपने क्षेत्र के लोगों को जो नई दिल्ली में रहते हैं, मदद पहुचाने के लिये चिंतित थे। मीनाक्षी लेखी कहती हैं अभी राजनीतिक क्रियाकलाप बंद है सिर्फ राहत का काम चल रहा है। पार्टी का भी आदेश है कि जरूरतमंद तक मदद पहुंचाएं।
उधर पश्चिम दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा की भी दिनचर्या इसी तरह व्यस्त रहती है। वो कहते हैं कि इन दिनों लोगों की सेवा करना और जरूरतमन्दों तक मदद पहुंचाना ही मेरा लक्ष्य है।
हर रोज अपने क्षेत्रवासियों के लिए जो रोज कमाने वाले हैं, मजदूर हैं, ई रिक्शा, ऑटो रिक्शा, दिहाड़ी मजदूर हैं उनके परिवारों में खाने का समान भिजवाना और जो लोग खाना बनाने में असमर्थ है उनके लिए खाना बनवाना और पहुंचाना ही उनकी दिनचर्या है। हमारा लक्ष्य है कि तीनों वक्त का भोजन लोगों तक पहुंचाये।
सांसद प्रवेश वर्मा का कहना है कि उनका एक ही उद्देश्य है, “मेरे लोकसभा क्षेत्र में कोई भी भूखा नहीं सोयेगा। ये पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र मेरा परिवार है और अपने लोकसभा क्षेत्र के परिवार के सुख दुख में मैं हमेशा साथ हूं।”
इसके अलावा पश्चिम दिल्ली में प्रवेश वर्मा की सामाजिक संस्था ‘राष्ट्रीय स्वाभिमान’ द्वारा भी हर रोज जरूरतमन्दों तक ‘मोदी किट’ घर घर बांटे जा रहे है। इसमें एक परिवार के लिए एक हफ्ते का घर का राशन जिमसें चावल, आटा, नमक, मसाले, चीनी, तेल आदि होता है।
–आईएएनएस
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