नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी के किनारे काफी दिहाड़ी-मजदूरों के इकट्ठा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को लोगों से आग्रह किया कि अगर कोई बिना आश्रय या भोजन के कहीं भी है तो सरकार को सूचित करें।
केजरीवाल ने यमुना नदी किनारे मजदूरों के जुटने की इस घटना पर कई ट्वीट किए। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, यमुना घाट पर मजदूर इकट्ठा हुए। उनके लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर दी गई। उन्हें तुरंत शिफ्ट करने के आदेश दे दिए गए हैं। रहने और खाने की कोई कमी नहीं है। किसी को कोई भूखा या बेघर मिले तो हमें जरूर बताना।
केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, हम रोज 10 लाख लोगों को खाना खिलाते हैं, 75 लाख लोगों को मुफ्त राशन दिया। हजारों बेघरों के लिए छत का इंतजाम किया। लोग इतने गरीब हैं, कई लोगों को सरकारी इंतजाम का पता ही नहीं चलता। धन्यवाद मीडिया, ऐसे गरीबों के बारे में हमें बताने के लिए। हर गरीब तक सरकारी इंतजाम पहुंचायेंगे।
दरअसल काफी प्रवासी मजदूर यमुना के किनारे एकत्र हुए थे। इसके बाद सरकार ने पास के एक स्कूल में उनके रहने की व्यवस्था की। सरकार ने कहा कि उनके चिकित्सा परीक्षण की भी व्यवस्था की गई है।
बता दें कि इससे एक दिन पहले ही मुंबई में भी हजारों प्रवासियों को दूसरे राज्यों में उनके गृहनगर तक पहुंचने के लिए परिवहन की तलाश में मुंबई की सड़कों पर देखा गया था।
केजरीवाल ने मंगलवार को लोगों से अफवाहों में न पड़ने की अपील करते हुए उनसे भोजन और आश्रय का वादा करते हुए जहां वे हैं, वहीं पर रहने के लिए आग्रह किया था।
कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाया गया है।
–आईएएनएस
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