नई दिल्ली | सीबीएसई ने ऑनलाइन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। ऑनलाइन ट्रेनिंग सत्र 1 घंटे के का होगा। इस कोर्स को पूरा करने वाले सभी अध्यापकों को ऑनलाइन ही ई.सर्टिफिकेट दिया जाएगा। पांच सत्रों में शामिल होने के बाद इसे 1 दिन की ट्रेनिंग के बराबर माना जाएगा। इस प्रशिक्षण सत्र के जरिए टीचर्स ऑनलाइन पढ़ने-पढ़ाने के अलावा छात्रों की उपस्थिति, सिलेबस, ऑनलाइन टेस्ट एवं छात्रों से संपर्क रखने के तौर-तरीके सीखेंगे। इसके अलावा अध्यापकों के कौशल का विकास भी किया जाएगा।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने वेबिनार के जरिए कहा, “सीबीएसई नए शैक्षणिक सत्र के लिए समय के नुकसान का आकलन करेगा और परीक्षा के प्रेशर को कम करने के लिए सिलेबस को कम करने के सुझाव देगा। बोर्ड की पाठ्यक्रम समिति ने पहले ही सिलेबस कम करने का काम शुरू कर दिया है।”
इससे पहले सीबीएसई ने अध्यापकों के लिए पायलट टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की थी। पायलट प्रोग्राम में सीबीएसई ने 500 से अधिक मुफ्त ऑनलाइन ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए थे। इन सभी सत्र में 35 हजार से ज्यादा टीचर्स और प्रधानाचार्यो ने हिस्सा लिया था।
इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिये सीबीएसई बोर्ड ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाने और ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए अच्छे नतीजे हासिल करने के तरीके बताएगा।
इस ऑनलाइन टीचिंग प्रोग्राम को पूरी तरह फ्री रखा गया है, जिसे सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों के टीचर आसानी से कर सकेंगे। ये ट्रेनिंग पूरी तरह ऑनलाइन होगी। सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर मई महीने का शेड्यूल जारी कर दिया है।
मंत्री नशंक ने कहा, “लॉकडाउन के इस दौर में छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के लिए शिक्षकों को पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन ऑन टीचर्स एंड टीचिंग के तहत भी ई.लर्निग संसाधन के उपयोग के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।”
–आईएएनएस
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