नई दिल्ली |केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अंतर्गत कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किये गये 1500 से ज्यादा स्वास्थ्य सहायकों को कोरोना प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया। ये लोग कोरोना से प्रभावित लोगों की सेहत-सलामती की सेवा में लगे हैं। इस बात की जानकारी देते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज दिल्ली में बताया कि इन प्रशिक्षित स्वास्थ्य सहायकों में 50 प्रतिशत लड़कियां हैं , जो कि देश के विभिन्न अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना मरीजों की सेवाअल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी में मदद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष 2000 से ज्यादा अन्य स्वास्थ्य सहायकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।ध्यान रहे कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे एक वर्ष की अवधि का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विभिन स्वास्थ्य संगठनों, संस्थाओं और जाने-माने अस्पतालों द्वारा कराया जा रहा है।
नकवी ने यह भी कहा कि देश के विभिन्न वक्फ बोडरें ने विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक संस्थाओं के सहयोग से 51 करोड़ रूपए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कोरोना राहत फंड में बतौर सहयोग किया है। इसके साथ ही वफ्फ बोर्ड जरूरतमदों के लिए बड़ी तादाद में राहत एवं खाद्य सामग्री का वितरण भी कर रही है।
गौ रतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी टी ने 1 करोड़ 40 लाख रूपए ‘पीएम केयर्स’ फंड में सहयोग के रुप मे जमा किया है। साथ ही एएमयू मेडिकल कॉलेज की तरफ से 100 बेड की व्यवस्था कोरोना मरीजों के उपचार के लिए की है। इससे पहले देश भर के 16 हज हाउस क्वारंटाइन और आईसोलेशन के लिए विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा इस्तेमाल में लााये जा रहे हैं। हज हाउस
–आईएएनएस
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