नई दिल्ली | भारतीय रेलवे ने सोमवार को कहा कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए अब अपने रूट पर तीन ठहराव पर रुकेंगी और पूरी क्षमता के साथ चलेंगी। एक दिन पहले ही रेलवे ने घोषणा कर कहा था कि नई दिल्ली से कई शहरों में 12 मई से 15 जोड़ी वातानुकूलित ट्रेन चलाई जाएंगी।
रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के टर्मिनेटिंग स्टेशन के अलावा रूट पर तीन स्टॉपेज होंगे। इससे पहले इन ट्रेनों का अपने रूट पर एक भी स्टॉप नहीं था और अंतिम गंतव्य स्टेशनों पर ही इन्हें रुकना था।”
उन्होंने कहा, “श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1 हजार 200 से उलट अब 1 हजार 700 यात्री यात्रा कर सकेंगे। पहले कम यात्रियों को ही ले जाने की इजाजत थी।”
12 मई से ट्रेन सेवाओं के आंशिक रूप से पुन: आरंभ होने के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन के चलते भारतीय रेलवे ने 25 मार्च से पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को निलंबित कर दिया। हालांकि, फंसे हुए प्रवासियों, छात्रों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए 1 मई से स्पेशल श्रमिक ट्रेनों को चलाने की शुरूआत की है।
रेलवे के माध्यम से सोमवार सुबह 10 बजे तक 468 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा चुका है और कई राज्यों में 4.7 लाख से अधिक लोगों को पहुंचाया गया है।
अधिकारी ने कहा कि कुल संचालित हुई ट्रेनों में से 363 अपने गंतव्य तक पहुंच गई हैं और 105 ट्रेनें अपने रूट पर हैं।
इन 363 ट्रेनों को आंध्र प्रदेश (1), बिहार (100), हिमाचल प्रदेश (1), झारखंड (22), मध्य प्रदेश (30), महाराष्ट्र (3), ओडिशा (25), राजस्थान (4), तेलंगाना (2), उत्तर प्रदेश (172), पश्चिम बंगाल (2) और तमिलनाडु (1) भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में तिरुचिरापल्ली, टिटलागढ़, बरौनी, खंडवा, जगन्नाथपुर, खुर्दा रोड, प्रयागराज, छपरा, बलिया, गया, पूर्णिया, वाराणसी, दरभंगा, गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर, हटिया, बस्ती, कटिहार, दानापुर, मुजफ्फरपुर, सहरसा व अन्य शहरों में प्रवासियों को भेजा गया है।
-आईएएनएस
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