नई दिल्ली,जेएनएन । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए बड़ा एलान किया। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि मंगलवार की रात से पांच सौ और एक हजार के नोट बंद हो जाएंगे। पीएम का ये एलान कालेधन पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक पांच सौ और एक हजार के नोट बैंकों में जमा कराए जा सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 9 नवम्बर और कुछ स्थानों में 10 नवम्बर को भी एटीएम काम नहीं करेंगे तथा 9 नवंबर को सभी बैंक पब्लिक कार्य के लिए बंद रहेंगे। चेक, डेबिट कार्ड अौर क्रेडिट कार्ड से लेनदेन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा अॉनलाइन भुगता पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा 2 हजार रुपए के नोट जारी किए गए हैं। इसके साथ ही अब एटीएम से एक दिन में केवल दो हजार रुपए ही निकाल सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जिसना सहयोग अापसे मिलेगा, उतना शुद्धिकरण होगा।
कालाधन को देश से नेस्तनाबुद कर दूंगाः पीए मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि कालेधन को जीवन का एक सहज हिस्सा मान लिया गया था। यह सोच जीवन को दीमक की तरह खाए जा रही थी। शासन व्यवस्था का कोई भी अंग इस दीमक से अछूता नहीं था।मुझे यकीन है कि मेरे देश का नागरिक कठिनाई सहकर भी राष्ट्र निर्माण में योगदान देगा। तो आइए जाली नोटों का खेल खेलने वालों को नेस्तनाबूद कर दें, ताकि देश का धन देश के नागरिक के काम आ सके। मैं सवा सौ करोड़ देशवासियों की मदद से भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई को और आगे ले जाना चाहता हूं।देश के लिए देश का नागरिक कुछ दिनों के लिए यह कठिनाई झेल सकता है।
हमारी सरकार गरीबों को समर्पित
अपने संबोधन में कहा कि भारत ने दुनिया में चमकते सितारे के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गरीबों को समर्पित हैं। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हम किसानों के लिए फसल बीमा योजना लेकर आए। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का मूलमंत्र ‘सबका साथ सबका विकास’। उन्होंने कहा कि कभी कभी देश को निर्णायक फैसले लेने पड़ते हैं।
सीमा पार से हमारे दुश्मन भारत में जाली नोटों का धंधा चला रहे हैं
सीमा पार से हमारे दुश्मन जाली नोटों के जरिए भारत में अपना धंधा चला रहे हैं। हमारी सरकार गांव,गरीब और किसानों के लिए समर्पित है। भ्रष्टाचार,काला धन हमारे देश के लिए बीमारी की तरह है। गरीबी हटाने में भ्रष्टाचार और कालाधन सबसे बड़ी बाधा है। आतंकवाद और जाली नोट देश को तबाह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई वर्षों में भारत ने ग्लोबल इकॉनामी में एक ‘ब्राइट स्पाट’ के रूप में उपस्थिति दर्ज कराई है। 2015 में हमारी सरकार ने कालाधन को लेकर कड़ा कानून बनाया।
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