नई दिल्ली | भारतीय रेलवे ने 1 मई से पूरे देश में 2,600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है और देशभर में 45 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य पहुंचाया है और अगले 10 दिनों में 2,600 और ट्रेनों के संचालन की योजना है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी.के. यादव ने शनिवार को यह बात कही। देशव्यापी लॉकडाउन के बीच पहली बार एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यादव ने कहा, “हमने फंसे हुए प्रवासी कामगारों को भेजने के लिए 1 मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाना शुरू किया। अब तक हमने 2,600 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया है और 35 लाख से अधिक लोगों को अंतरराज्यीय सेवाओं में ट्रांसपोर्ट किया गया जबकि राज्य के भीतर 10 लाख से अधिक यात्रियों को ट्रांसपोर्ट किया गया।”
यादव ने रेलवे की भविष्य की योजनाओं को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के परिचालन पर साझा करते हुए कहा, “राज्य सरकारों के साथ रेलवे ने अगले 10 दिनों के लिए एक योजना तैयार की है। आने वाले दस दिनों में 2,600 ट्रेनें संचालित होने वाली हैं और हम 36 लाख से अधिक यात्रियों का परिवहन करेंगे।”
अध्यक्ष ने कहा कि रेलवे ने राज्य सरकारों से अंतरराज्यीय सेवाओं के लिए अपनी योजना साझा करने का भी अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, “हम राज्य सरकार के अनुरोध पर ट्रेनों की व्यवस्था करेंगे क्योंकि हमारी ट्रेनें हर डिवीजन में रखी गई हैं। हम राज्य के भीतर ट्रेन चलाने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिलाया कि रेलवे ने उन्हें भेजने के लिए सभी इंतजाम किए हैं और जब तक सभी प्रवासी कामगार अपने गंतव्य नहीं पहुंच जाते, तब तक ट्रेनें चलती रहेंगी।
12 मई से विशेष वातानुकूलित ट्रेन सेवाओं के बारे में बात करते हुए यादव ने कहा कि इन ट्रेनों में उन्हें 97 प्रतिशत बुकिंग मिल रही है।
ऑॅनलाइन टिकट बुकिंग में परेशानी संबधी शिकायतों के बारे में यादव ने कहा कि चूंकि उन्हें शिकायतें मिलीं कि लोग ऑनलाइन टिकट बुक नहीं कर पा रहे हैं, उन्होंने देशभर में 1,000 से अधिक खिड़कियों को खोला। आने वाले दिनों में और काउंटर खुलेंगे।
–आईएएनएस
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