वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर मध्यस्थता की अपनी पेशकश को दोहराते हुए दावा कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीमा पर दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर शी जिनपिंग के शासन से खुश नहीं हैं।
भारत और चीन के बीच सीमा तनाव से संबंधित मीडिया के सवालों के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को अपने ओवल ऑफिस में कहा, “भारत और चीन के बीच एक बड़ा संघर्ष चल रहा है। दोनों देशों में कुल 1.4 अरब (बिलियन) लोग हैं और दोनों के पास ही बेहद शक्तिशाली सेना है।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा, “भारत खुश नहीं है और शायद चीन भी नहीं। लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि मैंने प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी से बात की। चीन के साथ जो कुछ चल रहा है.. उससे वह अच्छे मूड में नहीं हैं।”
हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा कि उन्होंने कब पूर्वी भारत के लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चल रहे गतिरोध के बारे में प्रधानमंत्री मोदी से बात की।
वहीं, नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ कोई संपर्क नहीं हुआ है। सूत्रों ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच आखिरी बार बातचीत 4 अप्रैल को (कोविड-19 संक्रमण के उपचार में प्रयोग में लाई जा रही) हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (दवा) को लेकर हुई थी।
सरकार ने गुरुवार को यह भी घोषणा कर कहा कि लद्दाख में पश्चिमी मोर्चे पर समाधान के लिए वह सीधे तौर पर स्थापित तंत्र और कूटनीतिक संपर्कों के जरिए चीन के साथ संपर्क में है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक अन्य सवाल के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता के अपने प्रस्ताव को दोहराया।
ट्रंप ने कहा, “अगर उन्हें (भारत और चीन) लगता है कि मैं मध्यस्थता कर सकता हूं, तो मैं ऐसा करूंगा। हम देखेंगे क्या होता है।”
–आईएएनएस
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