नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिल सके, इसके लिए प्रवासन आयोग को गठित करने पर विचार किया जा रहा है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन में लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक वापस अपने मूल राज्यों में लौट रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा, “कुछ स्थानों पर मजदूरों के कौशल को लेकर खाका तैयार किया जा रहा है। इस कार्य में कुछ स्टार्ट-अप शामिल हैं, साथ ही प्रवासन आयोग के गठन पर विचार किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा गांवों में रोजगार, स्व-रोजगार और लघु-उद्योगों के लिए अवसर बनें, इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के कारण गरीब और मजदूर लोग सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं और उनके दर्द को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “उठाए जा रहे इन निर्णयों का उद्देश्य संकट का समाधान करना और आत्मानिर्भर भारत का निर्माण करना है। यदि हमारे गांव, कस्बे और जिले आत्मनिर्भर होते, तो वर्तमान में जो कई समस्याएं हैं, उनका स्वरूप आज जैसा नहीं होता।”
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में कहा कि वह राज्य में लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों को नौकरी और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक आयोग गठित करने पर काम कर रही है, जिसे श्रमिक कल्याण आयोग कहा जाएगा।
— आईएएनएस
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