पटना | बिहार प्रदेश युवक कांग्रेस रविवार को भाजपा की वर्चुअल रैली के खिलाफ सड़क पर उतरी। युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल के नेतृत्व में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पटना सहित राज्य के कई जिलों में काले रंग के गुब्बारे उड़ाए एवं भाजपा की संवेदनहीनता के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस मौके पर गुंजन पटेल ने भाजपा पर मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ज्योति और सुनीता के आंसुओं को पोंछने और दर्द बांटने के बजाय भाजपा द्वारा चुनावी रैली करना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि इस महामारी से सबसे ज्यादा कष्ट बिहारी प्रवासी श्रमिक एवं मजदूरों को पहुंचा है, लेकिन भाजपा ने इन्हें सड़कों पर लाकर भगवान भरोसे छोड़ दिया। उन्होंने कहा, “अगर अमित शाह में हिम्मत है और सच में मजदूरों की हितैषी है तो उन मजदूरों के बीच जाकर दिखाएं।”
इस मौके पर सोशल मीडिया पर भी युवा कांग्रेस ने अभियान चलाते हुए सभी कार्यकर्ताओं एवं आम लोगों ने अपने-अपने प्रोफाइल तस्वीर को काला कर विरोध दर्ज कराया एवं ‘तेरह साल तड़पता बिहार’ के नारे को बुलंद किया।
युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के छह वर्ष पूरा होने पर जश्न मनाने और सोशल मीडिया के जरिए वर्चुअल रैली के आयोजन को भाजपा के नेताओं की असंवेदनशीला का प्रमाण बताया है।
उन्होंने कहा कि आज बिहार के सैकड़ों ऐसे परिवार हैं, जिन्हें दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही है लेकिन भाजपा सरकार के पैसे से वर्चुअल रैली करने में जुटी है। उन्होंने आरोप लगाया कि लाकडाउन की वजह से सड़क और ट्रेन हादसे में 80 श्रमिकों की मौत हुई है, लेकिन किसी के घरों में आंसू पोंछने भाजपा के नेता नहीं पहुंचे।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के छह साल पूरे होने पर जश्न मनाने तथा अमित शाह की वर्चुअल रैली करने का फैसला जनता खासकर गरीबों, श्रमिकों के प्रति उसके असंवेदनशील होने का प्रमाण है।”
–आईएएनएस
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