मेसोथेलियोमा(Mesothelioma), अधिक स्पष्ट रूप से असाध्य मेसोथेलियोमा (Malignant Mesothelioma), एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है, जो शरीर के अनेक आंतरिक अंगों को ढंककर रखनेवाली सुरक्षात्मक परत, मेसोथेलियम, से उत्पन्न होता है। यह बीमारी एस्बेस्टस के संपर्क से होती है।
मेसोथेलियोमा(Mesothelioma) से ग्रस्त अधिकांश व्यक्ति या तो ऐसे स्थानों पर कार्यरत थे जहां श्वसन के दौरान एस्बेस्टस और कांच के कण उनके शरीर में प्रवेश कर गये या फिर वे अन्य तरीकों से एस्बेस्टस कणों और रेशों के संपर्क में आए. यह संभावना भी व्यक्त की जाती रही है कि एस्बेस्टस या कांच के साथ कार्य करने वाले किसी पारिवारिक सदस्य के कपड़े धोने के कारण भी किसी व्यक्ति में मेसोथेलियोमा विकसित होने का जोखिम उत्पन्न हो सकता है।
फेफड़ों के कैंसर के विपरीत, मेसोथेलियोमा और धूम्रपान के बीच कोई संबंध नहीं है, लेकिन धूम्रपान के कारण एस्बेस्टस-प्रेरित अन्य कैंसरों का जोखिम अत्यधिक बढ़ जाता है। एस्बेस्टस के संपर्क में आने वाले लोग एस्बेस्टस संबंधी बीमारियों, मेसोथेलियोमा सहित, के लिये क्षतिपूर्ति हासिल करने हेतु अक्सर वकीलों की सहायता लेते रहे हैं। एस्बेस्टस फंड या कानूनी मुकदमों के माध्यम से मिलने वाला हर्जाना मेसोथेलियोमा में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है
लक्षण
संभव है कि मेसोथेलियोमा के संकेत या लक्षण एस्बेस्टस के संपर्क में आने के बाद भी 20 से 50 वर्षों तक दिखाई न दें. प्लुरल स्पेस में द्रव के एकत्रित होने (प्लुरल रिसाव) के कारण सांस लेने में समस्या होना, खांसी और सीने में दर्द अक्सर प्लुरल मेसोथेलियोमा के लक्षण होते हैं।
ये लक्षण मेसोथेलियोमा या अन्य, कम गंभीर स्थितियों के कारण उत्पन्न हुए हो सकते हैं।
प्लुरा को प्रभावित करने वाला मेसोथेलियोमा ये संकेत और लक्षण उत्पन्न कर सकता है:
- सीने में दर्द
- फेफड़ों से रिसाव, या फेफड़ों के चारों ओर द्रव जमना
- सांस लेने में तकलीफ
- थकान या रक्ताल्पता
- घरघराहट, स्वर बैठना, या खांसी
- खांसी के कारण निकलने वाले बलगम (द्रव) में रक्त आना (हीमोप्टाइसिस)
गंभीर मामलों में, व्यक्ति के शरीर में ट्युमर भी बन सकता है। व्यक्ति में न्यूमोथोरैक्स, या फेफड़े द्वारा कार्य बंद कर देने, की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। रोग बढ़ सकता है और शरीर के अन्य भागों तक फैल सकता है।
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