इस्लामाबाद:अन्य देशों की तरह पाकिस्तान ने भी कोरोनवायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के हिस्से के रूप में पड़ोसी राज्यों के साथ अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था।
इस प्रक्रिया में, कम से कम 748 भारतीय नागरिक पाकिस्तान में फंस गए थे। इनकी अब स्वदेश वापसी होने वाली है। पाकिस्तान की संघीय सरकार ने इन्हें वापस भेजने के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों को गुरुवार 25 जून, 2020 से वाघा सीमा के माध्यम से भारत वापस भेजा जाएगा। इनकी स्वदेश वापसी तीन चरणों में होगी।
भारतीय उच्चायोग इन भारतीय नागरिकों के संपर्क में बना रहा है। उच्चायोग ने भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए पहले मंगलवार का दिन दिया था। लेकिन, अब बदले कार्यक्रम के तहत यह प्रक्रिया गुरुवार से शुरू होगी।
गृह मंत्रालय से प्राप्त विवरण के अनुसार, भारतीय नागरिकों को वाघा सीमा से तीन चरणों में भारत वापस लाया जाएगा। भारतीय नागरिकों की एक सूची भी संबंधित विभागों और पंजाब रेंजर्स को प्रदान कर दी गई है।
पहले चरण में, गुरुवार को कम से कम 250 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जाएगा। शुक्रवार को कम से कम 250 और नागरिक भारत लौटेंगे और कम से कम 248 भारतीयों का तीसरा समूह शनिवार को वापस आएगा।
आदेश के अनुसार, भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए 25 से 27 जून तक वाघा सीमा खोली जाएगी। पाकिस्तान सरकार ने आव्रजन अधिकारियों से भारतीय नागरिकों की सुचारु वापसी सुनिश्चित करने के लिए इन तीन दिनों तक वाघा सीमा पर रहने को कहा है।
पाकिस्तान से लौटने वालों को कम से कम 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना होगा। जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के नागरिकों को उनके संबंधित राज्यों में क्वारंटाइन किया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस प्रकोप के बीच, भारत में फंसे कम से कम 250 पाकिस्तानी नागरिकों की पहले ही स्वदेश वापसी हो चुकी है। जो अभी भारत में हैं, उनकी पाकिस्तान वापसी का कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा तय किया जाना बाकी है।
–आईएएनएस
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