इंद्र वशिष्ठ
प्रधानमंत्री “दो गज दूरी, बहुत है जरूरी” का पालन करने के लिए बार बार कह रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री की बात का उनके मातहत मंत्री, सांसद और दिल्ली पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव भी पालन नहीं कर रहे हैं।
पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को एक समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी भी उपस्थित थे। सांसद प्रवेश वर्मा के एनजीओ की ओर से पुलिस को मास्क और सेनेटाइजर दिए जाने के अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
मंत्री, संतरी का अनाड़ीपन उजागर-
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव, गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी और सांसद प्रवेश वर्मा ने दो गज दूरी यानी सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं किया।
कमिश्नर क्या इतने अज्ञानी हैं ? –
मास्क और दो गज दूरी के नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस की है। पुलिस इन नियमों का पालन कराने के लिए कई बार आम आदमी से न केवल बदतमीजी से बात करती है बल्कि डंडे मारने से भी नहीं चूकती है।
नियमों का पालन न करने पर 500 रुपए जुर्माना या एफआईआर तक दर्ज की जाती है।
ऐसे में उस पुलिस बल के मुखिया कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव का खुद नियमों का पालन न करना उनकी “समझदारी” पर सवालिया निशान लगाता हैं।
पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव का गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ बिल्कुल सट कर खड़ा होने से पता चलता है कि कमिश्नर कितने अनाड़ी/ अज्ञानी हैं।
जाहिलों की जमात-
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी, सांसद प्रवेश वर्मा और पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव ने ऐसा करके खुद को पढ़ें लिखे अनाड़ी/ अज्ञानी/ जाहिल लोगों की जमात में शामिल कर लिया है।
इस जमात में देश के मुख्य न्यायाधीश अरविंद बोबडे, रामदेव, बालकृष्ण और जयपुर के निम्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डाक्टर बलबीर सिंह तोमर आदि पहले ही शामिल हो चुके हैं।
इन सबने भी सार्वजनिक रूप से नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं।
खुद ही ढिंढोरा पीट दिया-
पुलिस ने मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के फोटो और खबर प्रचार के लिए मीडिया को भेजे हैं।
मीडिया में प्रचार के मोह में ‘समझदार’ पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव ने खुद ही एक तरह से अपने अनाड़ीपन का ढिंढोरा पीट दिया है।
प्रधानमंत्री कार्रवाई करके दिखाओ-
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर बिना मास्क लगाए सार्वजनिक स्थल पर जाने के कारण 13 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में भी स्थानीय प्रशासन को नियमों को लागू कराने के लिए इसी चुस्ती के साथ काम करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गांव का प्रधान हो देश का प्रधानमंत्री कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।
प्रधानमंत्री जी आप भी ऐसे जाहिलों के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाओ तो जाने। वरना आप दो गज दूरी का जितना मर्ज़ी आलाप करते रहो ऐसे अनाड़ी अपनी हरकतों से बाज नहीं आएंगे।
क्या नियम/ कायदे/ कानून सिर्फ आम आदमी के लिए ही हैं ?
कानून का पाठ पढ़ाओ-
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वाले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरविंद बोबडे, रामदेव, बालकृष्ण, डाक्टर बलबीर सिंह तोमर आदि डाक्टरों और अपने मातहतों गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी, सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाओ।
इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाओ। क्योंकि नियम लागू कराने वाला ख़ुद ही नियमों की धज्जियां उड़ाए तो समाज में ग़लत संदेश जाता है। पुलिस कमिश्नर का नियम तोड़ना ज्यादा गंभीर मामला है।
भारत में है किसी में इतना दम ?
उल्लेखनीय है कि बिना मास्क के सार्वजनिक स्थान पर जाने के कारण बुल्गेरिया के प्रधानमंत्री बॉयको बोरिसोव, उनके काफिले के अफसरों और पत्रकारों पर 170 डॉलर यानी 13 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया।
रोमानिया के प्रधानमंत्री पर भी मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर 600 डॉलर यानी 45 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया।
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