पटना| बिहार के मुंगेर में दशहरे के अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत के बाद गुरुवार को निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं। निर्वाचन आयोग ने मुंगेर के हालात को देखते हुए जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को हटाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच मगध के डिविजन कमिश्नर को दे दी गई है, जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। नए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की तैनाती आज (गुरुवार) कर दी जाएगी।
इससे पहले मुंगेर में गुरुवार को आक्रोशित भीड़ फिर से सड़कों पर उतर गई और वासुदेवपुर आउटपोस्ट (ओपी) तथा पूरबसराय ओपी पर पथराव किया और आग लगा दी। वासुदेवपुर ओपी में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि 150 से 200 लोगों ने अचानक थाने पर पथराव कर हमला कर दिया और आग लगा दी। उन्होंने बताया किसी तरह हम लोगों ने बचकर जान बचाई।
आक्रोशित लोगों ने थाने में लगे वाहनों को भी फूंक दिया। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक कार्यालय और अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) आवास में भी जमकर तोड़फोड़ की गई।
इसके बाद क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में युवक की जान गई। आक्रोशित लोग पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कोतवाली थाना क्षेत्र में दशहरा के मौके पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक अनुराग कुमार की मौत हो गई तथा कई लोग घायल हो गए। इसके बाद चुनाव के कारण कई राजनीतिक दलों ने इसे मुद्दा बनाकर सरकार पर निशाना साधा।
–आईएएनएस
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