गुरुग्राम| गुरुग्राम के सेक्टर-67 स्थित एक रिहायशी बस्ती में कोविड-19 से संक्रमण के 20 मामलों का पता चलने के बाद इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। इस बस्ती को गुरुवार को कोविड-प्रवण क्षेत्र घोषित किया गया। बताया गया है कि फरवरी की शुरुआत में यहां के एक रेस्तरां में आयोजित एक पार्टी में भाग लेने के बाद इस इमारत में रहने वाले लोग संक्रमित हो गए।
जानकारी के अनुसार, पार्टी 7 फरवरी को हुई थी, जहां लगभग सात लोग, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग नागरिक थे, जो कोरोना से संक्रमित हो गए। बाद में अलग-अलग दिनों में लगभग 12 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
गुरुग्राम के सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव ने कहा, “इस समय, इस बस्ती में कोविड-19 के लगभग 20 मामलों का पता चला है। हम संक्रमण के स्रोत पर टिप्पणी नहीं कर सकते। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने उन लोगों के संपर्क किया है, जो कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।”
उन्होंने कहा, “अब तक हमने इस बस्ती से 780 से अधिक नमूने एकत्र किए हैं। हमने निवासियों को कोविड-19 मानदंडों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। गुरुग्राम नगर निगम (एमसीजी) के संयुक्त आयुक्त जितेंद्र कुमार और कार्यकारी अभियंता रमण यादव ने कहा कि उन्हें क्रमश: क्लस्टर इंचार्ज और इंसिडेंट कमांडर नियुक्त किया गया है।”
स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि उसने इस बस्ती के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के साथ बैठक की है और निवासियों की जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
निवासियों के अनुसार, संक्रमण फैलने का मुख्य कारण जमावड़े में सामाजिक दूरी की कमी थी। इस बस्ती में अधिकांश चार मंजिले टॉवर हैं, जिनमें 800 फ्लैट हैं।
जिला अधिकारी ने कहा कि कोरोना से बचाव के सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं और लोगों की प्रतिबंध क्षेत्रों में आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। 14 दिनों के बाद कोई नया मामला न आने पर अंकुश हटा दिया जाएगा।
गुरुग्राम में फरवरी के अंतिम सप्ताह में एक दिन में संक्रमण के 35 से अधिक मामले दर्ज किए गए। यहां एक दिन में 3,000 से अधिक लोगों की कोरोना जांच की गई।
–आईएएनएस
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