गुवाहाटी| असम विधानसभा चुनाव में दोपहर 2 बजे तक 61 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। चुनाव अधिकारियों के अनुसार कड़ी सुरक्षा के बीच 40 विधानसभा क्षेत्रों में हुए असम विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में मतदान हुआ।
मंगलवार के मतदान में 25 महिला उम्मीदवारों सहित 337 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
सोशल डिस्टेंसिंग और थर्मल स्क्रीनिंग सहित मतदाताओं के लिए सभी कोरोना प्रोटोकॉल बनाए जा रहे हैं।
चुनाव अधिकारियों ने कहा कि भूटान, पश्चिम बंगाल और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे 12 पश्चिमी असम जिलों में से कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। इन इलाकों में शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से मतदान जारी है।
सुबह से मतदान केंद्रों पर पहुंचकर बड़ी तादाद में मतदाता पुरुष, महिला और पहली बार मतदाता बने वोटरों ने अपने अधिकार का प्रयोग किया।
मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। चुनाव आयोग ने कोविड से जुड़ी स्थितियों को देखते हुए एक घंटे का समय बढ़ा दिया है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खाडे के अनुसार, 39,07,963 महिला मतदाताओं सहित कुल 79,19,641 मतदाता 6,107 स्थानों में 9,587 मतदान केंद्रों पर अपने वोटों का इस्तेमाल करेंगे।
9,587 मतदान केंद्रों में से, 316 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाओं के जिम्मे है।
खाडे ने मीडिया को बताया कि इस चरण के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हजारों राज्य सुरक्षा बल के जवानों के साथ लगभग 32,000 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को तैनात किया गया है, जिसमें 45,604 मतदान कर्मी मतदान कराने के लिए लगे हुए थे।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के लिए मंगलवार की चुनावी लड़ाई महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों दलों ने 2016 के विधानसभा चुनावों में 11 सीटें जीती थीं।
भाजपा की सहयोगी असम गण परिषद ने चार सीटें हासिल की थीं, जबकि बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने क्रमश: आठ और छह सीटें हासिल की थीं।
बीपीएफ और एआईयूडीएफ दोनों इस बार कांग्रेस के नेतृत्व वाले ‘महाजोत’ (महागठबंधन) का हिस्सा हैं।
पिछले चुनावों में बीपीएफ बीजेपी के साथ थी और एआईयूडीएफ स्वतंत्र रूप से लड़ी थी।
मंगलवार का मतदान भी वित्त, स्वास्थ्य, शिक्षा, पीडब्ल्यूडी मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और सत्तारूढ़ दल के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत कुमार दास के भाग्य का फैसला करेगा।
1 अप्रैल को 39 निर्वाचन क्षेत्रों में दूसरे चरण में 73,44,631 मतदाताओं में से लगभग 81 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
47 निर्वाचन क्षेत्रों में पहले चरण में 27 मार्च को 81,09,815 मतदाताओं में से लगभग 80 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने वोट डाले।
परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।
–आईएएनएस
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