नई दिल्ली। आल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट ने देश में कोरोना की सुनामी और लगातार बड़े पैमाने पर कोरोना से हो रही मौतों के देखते हुए भारत में मेडिकल इमरजेंसी लगाने की मांग की है। फ्रंट ने यह भी कहा है कि दवाइयों की ब्लैकमार्केटिंग करने वालों को आजीवन कारावास की सज़ा दी जाए।
आल इंडिया माइनोरिटीज फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा है कि कोरोना पीड़ितों को न अस्पताल, न दवाई, न ऑक्सीजन और न ही तीमारदारी मिल रही है। चारो ओर मौत और लाचारी का साम्राज्य है। उन्होंने कहा कि कोरोना से होने वाली मौतों के चलते श्मशान में जगह नहीं कब्रिस्तान में शव दफनाने के लिए लाइन लगी है। अपनी बारी का इंतज़ार हो रहा है। अस्पतालों से दवाइयों की चोरी और जमाखोरी बढ़ गयी है। गरीब लोग बिन दवा और ऑक्सीजन के चटपट दम तोड़ रहे हैं । देश की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है। इसलिए देश मे फौरन मेडिकल आपातकाल लागू करना ज़रूरी हो गया है। ऑक्सीजन के अभाव में होम क्वारंटाइन लोग भी दम तोड़ रहे हैं। ऑक्सीजन वाली एम्बुलेंस अस्पताल पहुंचने के लिए मोटी रकम वसूल रही हैं। चारो ओर अफरातफरी है, बेबसी है श्मशान में अंतिम संस्कार और शव को कंधा देने के लिए अतिरिक्त धन देना पड़ रहा है। साधनहीन लोग परिजनों के शव सड़क किनारे जलाने को मजबूर हो रहे हैं।
डॉ आसिफ ने कहा कि कोरोना अस्पतालों में किसी तरह का चेक व बैलेंस नहीं है। संबंधियों को पता नहीं होता कि उनके मरीज़ों के साथ क्या व्यवहार हो रहा है। अचानक उन्हें पता लगता है कि अमुक व्यक्ति चल बसा। डॉ आसिफ ने कहा कि मेडिकल आपातकाल लगाए जाने से पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था पर नकेल डलेगी। दवाइयों की कालाबाज़ारी रुकेगी, दोषियों को फौरन सज़ा मिलेगी। ऐसा होने पर जन सामान्य का सिस्टम के प्रति विश्वास लौटेगा। व्यवस्था सुधारने और लोगों का भरोसा वापिस लौटने से स्तिथि में सुधार होगा। मरीज़ों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा तब देश में कोरोना का ज्वार उतरेगा। डॉ आसिफ ने कहा कि देश के लिए यह घनघोर चिंता का विषय है कि भारत कोरोना संक्रमण और कोरोना से हो रही मौतों के हिसाब से दुनिया मे पहले स्थान पर पहुंच गया है।
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