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डीयू वीसी ने किया हस्तक्षेप, कोरोना में हटाए गए एडहॉक टीचर्स की हुई पुनर्नियुक्ति

नई दिल्ली| विवेकानंद कॉलेज के 12 एडहॉक टीचर्स को कॉलेज द्वारा पुनर्नियुक्ति दे दी गई। शिक्षकों को मेल भेजकर सोमवार को ही पुनर्नियुक्ति की जानकारी भेजी गई है। इसके साथ ही शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले डेढ़ महीने से दिए जा रहे ऑनलाइन धरना प्रदर्शन, हल्ला बोल आदि की समाप्ति हो गई। दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यवाहक वाइस चांसलर प्रोफेसर पीसी जोशी व डीन ऑफ कॉलेजिज डॉ बलिराम पाणी के हस्तछेप के उपरांत इन 12 एडहॉक टीचर्स को पुनर्नियुक्ति दी गई।

इन 12 एडहॉक टीचर्स का कार्यकाल 29 अप्रैल 2021 तक था। 30 अप्रैल को इन्हें फिर से रिज्वाईनिंग लेटर ( पुनर्नियुक्ति पत्र ) दिया जाना था, लेकिन विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल ने इन 12 एडहॉक टीचर्स की सर्विस 29 अप्रैल को ही टर्मिनेट कर दिया।

इसके विरोध में डूटा के आहवान पर वाइस चांसलर ऑफिस पर शिक्षकों ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के बीच कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर पीसी जोशी ने जल्द ही पुनर्नियुक्ति दिए जाने का आश्वासन दिया था।

दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने इन शिक्षकों को तुरंत ज्वाइनिंग कराने के लिए कॉलेज की गवनिर्ंग बॉडी के चेयरमैन से लेकर ओबीसी कमीशन ,दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से बात की। उन्हें एक ज्ञापन भी भेजा जिसमें विभिन्न विभागों में पढ़ा रहे एडहॉक टीचर्स को जल्द से जल्द ज्वाइनिंग कराने की मांग की गई थीं।

कॉलेज द्वारा शिक्षकों को भेजी गई मेल में बताया गया है कि उनकी सर्विस एक दिन का गैप देकर 30 अप्रैल से एकेडेमिक सेशन के अंत तक बनी रहेगी। इन सभी 12 एडहॉक शिक्षकों को 30 अप्रैल से पुनर्नियुक्ति दी गई है। पुनर्नियुक्ति मिलने पर शिक्षकों ने खुशी जाहिर करते हुए शिक्षक संगठनों का धन्यवाद देते हुए जल्द से जल्द स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।

शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने कार्यवाहक वाइस चांसलर प्रोफेसर पीसी जोशी व डीन ऑफ कॉलेजिज डॉ. बलिराम पाणी को विवेकानंद कॉलेज के 12 एडहॉक शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति पर धन्यवाद दिया है।

डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि पिछले डेढ़ महीने से ये एडहॉक टीचर्स, विश्वविद्यालय प्रशासन से गुहार लगा रहे थे। उनका कहना है कि प्रिंसिपल द्वारा ईडब्ल्यूएस रोस्टर के कारण पदों में बदलाव के साथ ही वर्कलोड भी खत्म करने की बात की जा रही थीं।

वहीं वाइस चांसलर से यह भी मांग कि गई थी कि 5 दिसंबर 2019 के शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी सकरुलर को लागू करें। यानी जब तक स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती तब तक किसी भी एडहॉक टीचर्स को उनके पदों से नहीं हटाया जाए। वाइस चांसलर ने शिक्षा मंत्रालय के इसी सकरुलर का हवाला देते हुए 12 एडहॉक टीचर्स को रिज्वाईनिंग संबंधी पत्र लिखा है।

–आईएएनएस

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